कार्तिक के महीने में भी नहीं हटे कूड़े के ढेर
मथुरा, वृंदावन: कार्तिक का पवित्र महीना, जबकि न केवल देश के कोने-कोने से बल्कि दुनियाभर के
मथुरा, वृंदावन: कार्तिक का पवित्र महीना, जबकि न केवल देश के कोने-कोने से बल्कि दुनियाभर के करीब डेढ़ सौ देशों से लाखों श्रद्धालु वृंदावन में डेरा डाले हैं। शहर में गंदगी से उठती दुर्गंध धार्मिक नगरी की पवित्र छवि को जमकर बट्टा लगा रही है। यमुना का किनारा हो अथवा प्राचीन सप्तदेवालय मंदिर जहां सुबह साढ़े चार बजे से ही देश विदेश से आए श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। गंदगी के ढेर के समीप से गुजरते श्रद्धालु नाक पर रुमाल रखकर निकलने को मजबूर हो रहे हैं।
कार्तिक के पूरे महीने में देशभर से श्रद्धालु नियम सेवा के लिए वृंदावन में डेरा डालते हैं। इन श्रद्धालुओं में देश से ही नहीं विदेश से भी हजारों श्रद्धालु शामिल हैं। जो कि सुबह साढ़े चार बजे से राधादामोदर मंदिर, इसके बाद राधाश्यामसुंदर, राधारमण, गो¨वददेव, गोपीनाथ मंदिर की मंगला आरती कर पंचकोसीय परिक्रमा करते हैं। मगर, प्राचीन मंदिरों के आसपास तो गंदगी के ढेर दिखाई दे ही रहे हैं। बाजार और कुंजगलियों में भी कीचड़ से अटी पड़ी नालियों का पानी सड़क पर बह रहा है। जिस पर से गुजरते हुए श्रद्धालुओं की भावना आहत हो रही हैं। गंदे पानी से गुजरते हुए श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन करने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। मगर, नगर निगम प्रशासन को शायद शहर में गंदगी दिखाई नहीं दे रही। सबसे अधिक दिक्कत रतनछतरी, बिहार घाट, श्रृंगारवट घाट, राधारमण मंदिर, राधादामोदर मंदिर, निधिवन मंदिर, गोपीनाथ बाजार, गोपीनाथ मंदिर इलाके में श्रद्धालुओं को हो रही है। गोपीनाथ बाजार में आए दिन नाले का पानी सड़कों पर बहता दिखाई देता है। जिसके बीच से गुजरने को मजबूर हो रहे हैं श्रद्धालु।