Move to Jagran APP

खादर में महाबली ने रौंदी अवैध कॉलोनी

जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना की खादर में अवैध रूप से बसाई गई कन्हैया कुंज कॉलोनी को मंगलवार की श

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jul 2017 11:35 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jul 2017 11:35 PM (IST)
खादर में महाबली ने रौंदी अवैध कॉलोनी
खादर में महाबली ने रौंदी अवैध कॉलोनी

जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना की खादर में अवैध रूप से बसाई गई कन्हैया कुंज कॉलोनी को मंगलवार की शाम महाबली ने रौंद डाला। यहां आधे-अधूरे बने मकान, चहारदीवारी को ध्वस्त होते देख लोग चीखते-चिल्लाते रहे पर प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। प्रभावित लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर कॉलोनाइजर के घर पर देर शाम को डेरा डाल दिया। देररात तक प्रभावित लोग हंगामा करते हुए यहीं जमे थे।

loksabha election banner

मथुरा-वृंदावन मार्ग स्थित आकाशवाणी के पीछे यमुना की खादर में कॉलोनाइजर डॉ. अशोक, चंद्रभान, जगदीश और पप्पू ने मिलकर करीब एक साल पहले कन्हैया कुंज कॉलोनी बसाई थी। यह भूमि राजस्व विभाग के अभिलेखों में धारा 132 में दर्ज है। रेत की भूमि पर प्लाट नहीं काटे जा सकते हैं। यहां करीब आठ-दस लोग मकान बनाकर रह रहे हैं। कुछ लोगों के आधे-अधूरे निर्माण भी हैं। भूखंडों की चहारदीवारी भी कराई जा रही है।

मंगलवार को प्रशासन ने रेत की भूमि पर किए जा रहे अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई की। शाम साढ़े चार बजे प्रशासन, नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ पहुंची। नव निर्माणों को महाबली ने ध्वस्त करना शुरू कर दिया। नौ मकानों की बाउंड्री ढहा दी गई। इस दौरान करीब डेढ़ एकड़ भूमि कब्जा मुक्त करा ली गई।

एसडीएम सदर डॉ. वैभव शर्मा ने बताया कि जो लोग मकान बनाकर रह रहे हैं, उनको पहले नोटिस दिए जाएंगे। इसके बाद अगर उन्होंने स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया तो उनके मकान भी गिरा दिए जाएंगे। इधर, मकानों और चहारदीवारी टूटते देखकर लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने महाबली को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल ने उनको सफल नहीं होने दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई।

सागर और सुरेश ने बताया कि 200-200 वर्ग गज के प्लॉट चार लाख रुपये में लिए हैं। पांच-पांच हजार रुपये माह की किश्त दे रहे हैं। बाउंड्री के निर्माण में भी काफी पैसा खर्च हो गया है। प्लॉट नहीं बना तो सड़क पर आ जाएंगे। बबलू ने बताया कि साढ़े पांच लाख रुपये देकर प्लॉट लिया है। रामपाल, प्रदीप का कहना था कि उनकी पूरी जमापूंजी डूबती नजर आ रही है।

उनका कहना था कि पहले ही प्रशासन को कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इससे वह यहां भूखंड नहीं खरीदते। भूखंड बेचने का काम काफी समय से किया रहा था। इधर देर शाम को आक्रोशित लोग डॉ.अशोक, चंद्रभान, जगदीश, पप्पू के घर पहुंच गए। देर रात तक प्रभावित लोग कॉलोनाइजर के घरों पर जमे हुए थे। कार्रवाई में तहसीलदार सदर प्रवीण यादव और नगर निगम सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.