यादगार पल के लिए एक पौधा जरूर लगाएं
जागरण संवाददाता, वृंदावन (मथुरा): दैनिक जागरण का हरित वृंदावन अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। सामाजिक
जागरण संवाददाता, वृंदावन (मथुरा): दैनिक जागरण का हरित वृंदावन अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। सामाजिक और धार्मिक संगठनों के अभियान में शामिल होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को श्रीपुष्टि मार्गीय चूड़ामिण दीप भागवत संस्थान भी अभियान में शामिल हो गया। दैनिक जागरण के हरित वृंदावन अभियान की कड़ी में बटाला आश्रम के पास ब्रजधाम आश्रम में संस्थान अध्यक्ष स्वामी देवकीनंदन श्यामसखा ने पौधा रोप कर मुहिम को आगे बढ़ने में अपना योगदान दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रासलीला, भागवत कथा और भजनों में हम हरित वृंदावन का जिक्र करते हैं। हम बात तो करते हैं प्राचीन वृंदावन के दर्शन की, मगर हालात इसके बिल्कुल विपरीत हैं। हम वृंदावन को हरा-भरा बनाने में कोई भी मदद नहीं कर रहे, बल्कि उसे नष्ट करने में अपनी मूक सहमति जरूर दे रहे हैं। समय रहते हम सब जागरूक नहीं हुए तो वृंदावन में हरियाली के दर्शन दुर्लभ हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण की मुहिम में सभी को शामिल होना चाहिए। बच्चों के जन्मदिन, शादी-विवाह जैसे यादगार पल पर कम से एक पौधा जरूर रोप कर उसकी रक्षा करनी चाहिए। जो सदैव ही यादें बनकर वृंदावन में निशानी के तौर पर लहराते रहेंगे। बिहारीलाल वशिष्ठ, बालकृष्ण शर्मा, स्वामी हरेकृष्ण शर्मा, स्वामी शिवदयाल, गिर्राज, सौरभ द्विवेदी, माधव कृष्ण, कपिश्वरकृष्ण, डॉ. गिरधारीलाल, श्याम लाल बंकट, हेमंत, जयजय गोस्वामी, स्वामी वेदप्रकाश, कन्नो दादा, नूतन कृष्ण मौजूद रहे।
इनका कहना है :
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क्षेत्रीय निवासी एन गिर्राज कहते हैं कि वृंदावन में बिना वृक्ष के ठाकुरजी की सेवा भी निरर्थक है। मंदिर और आश्रमों में तो वृक्ष जरूरी हैं। मगर, कुछ हालात ऐसे बदले कि नए और आकर्षक मंदिर बनाने की होड़ में वृक्षों को वहां जगह नहीं मिल सकी है। मारबल के फर्श पर वैभव तो बढ़ रहा है, मगर भक्ति की कमी ऐसे आश्रमों में देखी जा रही है, जहां वृक्षों का दर्शन नहीं हो रहा।
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-मनीष पंडित कहते हैं कि हमें अपने जन्मदिन, विवाह, शादी जैसे यादगार पलों को संरक्षित करने के लिए हर साल एक वृक्ष लगाना चाहिए। जो कि वृंदावन के स्वरूप को भी बढ़ाएगा और वृक्ष लगाने वाले व्यक्ति से ईश्वर भी हमेशा प्रसन्न रहते हें। वृंदावन में रहने वाले व्यक्ति को हर इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
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-मोहन कृष्ण कहते हैं कि हम भागवत कथाओं में उपदेश देते हैं कि वृक्ष साक्षात प्रिया-प्रियतम के स्वरूप हैं। मगर, वही भागवत प्रवक्ता अपने आलीशान आश्रमों में वृक्षों को स्थान नहीं देते। हर भागवत कथा में यजमान के परिवार के हर सदस्य से एक वृक्ष लगवाने का संकल्प दिलाया जाए तो भी हरित वृंदावन का सपना खुद ही साकार हो जाएगा।
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-स्वामी शिवदयाल ने कहा कि हमें अगर वृंदावन में रहकर ईश्वर साधना करनी है, तो इसके लिए भी जरूरी है एक वृक्ष जरूर लगाएं और उसका आजीवन संरक्षण करे। एक व्यक्ति एक वृक्ष की मुहिम शुरू हो जाए तो वृंदावन में चारों ओर घनी हरियाली ही दिखाई देने लगेगी।