डायरिया के वायरस ढूंढ़ने में जुटा प्रशासन
मथुरा, सुरीर: पिछले एक सप्ताह से इलाके में महामारी की तरह फैले डायरिया की रोकथाम के लिए प्रशासन इ
मथुरा, सुरीर: पिछले एक सप्ताह से इलाके में महामारी की तरह फैले डायरिया की रोकथाम के लिए प्रशासन इसका वायरस ढूंढने में जुट गया है। ईंट भट्ठों और प्रभावित गांवों में पीने के पानी एवं पीड़ित मरीजों के मल-मूत्र के नमूने जांच को भेजे हैं। लखनऊ से आई टीम भी कई तरह के नमूने ले गई है। सीडीओ समेत अफसरों ने ईंट भट्ठों एवं प्रभावित गांवों का दौरा कर मजदूर और ग्रामीणों को बीमारी से बचने के लिए शुद्ध जल पीने एवं आसपास साफ-सफाई रखने की सलाह दी है।
कस्बा सुरीर एवं आसपास गांवों में पिछले एक सप्ताह में डायरिया से चौदह की जान चली गई है, जबकि सैकड़ों लोग इससे अभी भी जूझ रहे हैं। इनमें सबसे अधिक बच्चे हैं। कई दिन बाद हरकत में आए प्रशासन ने महामारी की तरह फैले डायरिया की रोकथाम को पूरी ताकत झोंक रखी है। प्रशासन डायरिया की जड़ तक पहुंचने के प्रयास में है। इसके लिए स्वास्थ्य, जल निगम एवं खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों को इस बीमारी के फैलने के कारण का पता लगाने को इलाके में दौड़ा रखा है। जल निगम ने ईंट भट्ठों एवं प्रभावित गांवों में पीने के पानी के पांच दर्जन नमूने लेकर जांच को भेजे हैं। जल निगम के अवर अभियंता अरुणोदय त्यागी ने बताया कि भेजे गए पानी के नमूनों की जांच रिपोर्ट एक-दो दिन में मिल जायेगी।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीके राठी ने अलग-अलग जगह से पानी के अठारह नमूने लेकर जांच को भेजे हैं। स्वास्थ्य महकमा पीड़ितों के मल-मूत्र के नमूने जांच को भेज रहा है। रविवार को स्वास्थ्य निदेशालय लखनऊ से आई माइक्रो बायोलोजिस्ट एवं एपीडीमिलोजिस्ट टीम ने प्रभावित क्षेत्रों से डायरिया पीड़ित मरीजों के मल-मूत्र के नमूने ले गई है। डा. प्रवीण भारती का कहना है कि नमूनों की जांच रिपोर्ट आने पर ही डायरिया के कारण का पता चल सकेगा। बीमारी की रोकथाम के लिए प्रशासन शुद्ध पानी पीने और आसपास साफ-सफाई रखने के जन जागरण करा रहा है।
सीडीओ यशू रुस्तगी, सीएमओ डा.आरके नैय्यर एवं एसडीएम सदानंद गुप्ता ने ईंट भट्ठों पर मजदूरों के रहन-सहन पर ¨चता व्यक्त करते हुए उन्हें शुद्ध पानी पीने एवं साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित किया।