साथ-साथ स्कूल जाने वाले एक दिन कहीं चले गए
जागरण संवाददाता, मथुरा: साथ रहना और साथ पढ़ना। ऐसी दोस्ती जो भी देखता मिसाल देता। कभी किसी से शिकायत
जागरण संवाददाता, मथुरा: साथ रहना और साथ पढ़ना। ऐसी दोस्ती जो भी देखता मिसाल देता। कभी किसी से शिकायत नहीं की। परिजन से भी कोई शिकवा नहीं। एक दिन अपने घरों से ऐसे निकले कि अब तक लौटकर नहीं आए। एक बाजार से पेन लेने के बहाने निकला तो दूसरा टयूशन की कहकर। दोनों एक ही स्कूल में कक्षा ग्यारहवीं के छात्र थे। अब दोनों के परिजन तलाश में भटक रहे हैं।
पुलिस लाइन निवासी लोकेश और जवाहर बाग कॉलोनी निवासी सत्येंद्र कान्हा माखन स्कूल के छात्र थे। 16 मार्च 2017 की शाम चार बजे लोकेश के घर पर उसकी बहनें मनीषा, तनीषा और मां भावना पांडे थी। अचानक लोकेश उठा और बोला पेन लेकर आ रहा हूं। उधर सत्येंद्र अपने घर से ट्यूशन की कहकर निकला। बाहर लोकेश इंतजार में खड़ा था। इसके बाद दोनों ही नहीं लौटे। एक दूसरे के घर तलाश की तब पता चला कि दोनों ही गायब हैं। एसएसपी आवास पर अर्दली के पद पर तैनात लोकेश के पिता ललित पांडे ने तुरंत ही एसएसपी आवास से वायरलेस पर सूचना प्रसारित कराई। पुलिस ने खोजबीन की। खुद भागदौड़ की लेकिन दोनों का कोई अता-पता नहीं चला।
कहां गया पता नहीं: लोकेश के घर में मां भावना, पिता ललित, बड़ी बहन मनीष तथा छोटी तनीषा हैं। पिता बताते हैं कि वे हर सूचना पर नजर रखते हैं। कहीं से जरा सी भी जानकारी होती है तो वे खोजबीन करते हैं। मां तो जैसे पागल ही हो गई हैं। अकेला पुत्र था लोकेश। उनके फोन की लोकेशन शांतिनगर तक मिली। इसके बाद फोन बंदकर दिया गया। यह फोन सत्येन्द्र अपने साथ ले गया था।
36 दिन से नहीं गए कार्यालय-
सत्येन्द्र के पिता ब्रजेश कुमार मिश्रा एडीजे षष्टम के यहां बाबू हैं। पुत्र के गायब होने के बाद से वे अब तक कार्यालय नहीं गए। उन्होंने बताया कि उनका लड़का यदि सब्जी खरीदने जाता था तो भी पूछ कर जाता था। पता नहीं क्या कारण हुआ कि वह चला गया। घर से तो वह टयूशन का बैग लेकर ही गया है। मां सरिता तो जैसे बोल भी नहीं पा रही थीं। उन्होने बताया कि दोनों को अलवर, बाह, अलीगढ़, आगरा, नोएडा, दिल्ली, चेन्नई और मुंबई भी ढूंढ़ा पर कुछ पता नहीं चला।
फेल हो गए तो गोआ जाएंगे
मामले की जांच कर रहे पुलिस लाइन चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने बताया कि दोनों के स्कूल में बातचीत करने पर कुछ बच्चों ने कहा कि दोनों कहते थे कि यदि वे फेल हो गए तो गोआ या जयपुर भाग जाएंगे। उन्होंने बताया कि दोनों ही फेल हो चुके थे। उसके अलावा दोनों की कुछ आदतें भी खराब थीं। हमने बहुत खोजबीन की वह नहीं मिले।