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जतीपुरा मुखार¨वद के मंदिरों पर धनवर्षा

गोवर्धन: जतीपुरा मुखार¨वद मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब धनवर्षा करके जाता है। कमाई के मामले में गिर

By Edited By: Published: Mon, 29 Aug 2016 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 29 Aug 2016 01:00 AM (IST)
जतीपुरा मुखार¨वद के मंदिरों पर धनवर्षा

गोवर्धन: जतीपुरा मुखार¨वद मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब धनवर्षा करके जाता है। कमाई के मामले में गिरिराज मंदिर अग्रिम पंक्ति में शुमार हैं। जतीपुरा के मंदिरों की भेंट का ठेका पहली बार एक करोड़ रुपये की राशि को पार कर गया।

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मुख्य मंदिर के अलावा उनसे जुडे़ मंदिरों की भेंट का ठेका एक करोड़ 20 लाख रुपये चार हजार का हुआ है। तलहटी के हजारों लोगों का रोजगार भक्तों के आवागमन पर टिका है।

रविवार को जतीपुरा मुखार¨वद के प्रांगण में मंदिर रिसीवर टीएन चौबे ने मुख्य गिरिराज मंदिर और उससे जुडे़ चार अन्य मंदिरों की भेंट का ठेका उठाया। रिसीवर टीएन चौबे के अनुसार, मुख्य मंदिर की एक महीने की भेंट का ठेका 45 लाख रुपये का उठा। चार अन्य मंदिरों का सालाना भेंट में दंडवती शिला का 32 लाख पांच हजार रुपये, इंद्रपूजा स्थल का 24 लाख 50 हजार रुपये, गो¨वद कुंड स्थित महाप्रभुजी की बैठक का 17 लाख 73 हजार रुपये और साक्षी गोपाल का 81 हजार रुपये का ठेका हुआ है। सेवायतों की मानें तो भेंट राशि का ठेका पहली बार एक करोड़ के ऊपर पहुंचा है। इतनी बड़ी धनराशि को जमा कर दान से निकालना सेवायतों के लिए चुनौती होगी। इसके अलावा पूर्व में सेवायतों द्वारा ठेका की राशि जमा न करने के कारण रिसीवर ने तय किया है कि सेवायतों को ठेका की 20 प्रतिशत राशि 31 अगस्त तक और शेष राशि 10 सितम्बर तक जमा करानी होगी। इन मंदिरों का ठेका आन्यौर और जतीपुरा गांव के सेवायत ही ले सकते हैं।


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