भालचंद ने पंचायत में मांगा इंसाफ
नौहझील(मथुरा): कस्बे से सारिक के अपहरण में तीन नामजद लोगों को झूठा फंसाये जाने पर शनिवार को कस्बे हु
नौहझील(मथुरा): कस्बे से सारिक के अपहरण में तीन नामजद लोगों को झूठा फंसाये जाने पर शनिवार को कस्बे हुई पंचायत में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। जेल से छूट कर आए भालचंद ने पुलिस की ज्यादती भी पंचायत में सुनाई।
नौहझील निवासी कायूम खान का पुत्र सारिक गायब हो गया था। इस मामले में भालचंद समेत तीन लोगों के खिलाफ अपहरण की नामजद रिपोर्ट कराई थी। सारिक जयपुर में बरामद हो गया था और वह घर से भाग गया था। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए मुस्लिम समाज ने ईद की नमाज का बहिष्कार कर दिया था। भालचंद को जेल भेज दिया गया, जबकि और उसके भाई देवदत्त उर्फ देवो की पुलिस की पिटाई से कोल्हू के हड्डी टूट गई थी। उपचार फरीदाबाद चल रहा है। दो दिन पहले ही भालचंद जेल से रिहा होकर आया है।
शनिवार की शाम को उसने कस्बे में सर्वसमाज की पंचायत बुलाई और अपना दर्द बयां किया। भालचंद का आरोप है कि पुलिस ने उसको बेरहमी से पीटा। पंचायत में उसने झूठे मुकदमे फंसाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की। भाई देवो का बेहतर अस्पताल में इलाज करवाने की मांग भी रखी। इसके लिए उसने पंचों से सहयोग मांगा।
पंचायत में प्रभारी निरीक्षक सुरेश ¨सह यादव ने भी अपना पक्ष रखा। उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया उच्चाधिकारियों के संज्ञान लाकर मामले में कार्रवाई करेंगे। पंचायत में ओमा मुच्छड़, राजनारायन पाठक, ओमप्रकाश राजा, जवाहर ¨सह, रामखिलाड़ी पाठक, सीएल पाठक, अशोक भारद्वाज, रामस्वरुप गोस्वामी, देवेन्द्र वाष्र्णेय, संजय पाठक, प्रधान प्रतिनिधि श्यामबाबू अग्रवाल, पूरन पाठक, जवाहर कटारा, देवदत्त पाठक, गोपाल चौधरी, सुरजन बघेल, बल्लो चौधरी, लालाराम पाठक, सत्यदेव कटारा, प्रहलाद पाठक, मुकेश पाठक, होरीलाल पाठक, विपिन पाठक, हरिओम पाठक आदि उपस्थित थे।