खिटाविटा के जंगलों में हो रहा हिरनों का शिकार
मथुरा (कोसीकलां): गांव खिटाविटा के जंगलों में शिकारी बेजुबान हिरनों व अन्य जानवरों को अपना निशाना बन
मथुरा (कोसीकलां): गांव खिटाविटा के जंगलों में शिकारी बेजुबान हिरनों व अन्य जानवरों को अपना निशाना बना रहे हैं। वहीं ग्रामीणों ने पंचायत कर आरोपी को समझाने की कोशिश की तो उसने पंचायत को ही परिणाम भुगतने की चेतावनी दे डाली। अब ग्रामीणों ने कानून की शरण ली है।
स्थानीय ग्रामीणों ने गुरुवार को बड़ी संख्या में वन विभाग और पुलिस से संपर्क कर शिकायत की। उन्होंने आखेट करने वाले आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर जंगली जानवरों की रक्षा की गुहार लगाई है। दरअसल गांव खिटाविटा में करीब 44 हेक्टेयर का बड़ा जंगल है। इसमें सारस, मोर, जगली भेड़, हिरन की प्रजातियां रहती हैं। कुछ दिनों से जंगल में गांव के ही कुछ लोगों ने पशु-पक्षियों का शिकार करने के लिए लोगों को बाहर से बुलाया हुआ है। वे लगातार पशु-पक्षियों को निशाना बना रहे हैं। दो दिन पूर्व एक हिरन और एक जंगली भेड़ को भाला से प्रहार कर मार देने के दौरान ग्रामीणों को शिकारियों के बारे में पता चला। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो आरोपी भाग खड़े हुए।
ग्रामीणों ने आरोपी को ऐसा न करने की हिदायत देते हुए पंचायत बुलाई और बेजुबानों के साथ हो रहे अत्याचार पर आक्रोश जताया। लेकिन आरोपी ने पंचायत को भी भला बुरा सुनाते हुए परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दे दी। शिकार पर लगाम लगाने के लिए पंचायत के बाद भोला राम पूर्व प्रधान के नेतृत्व में निरंजन प्रधान, जसमत, हरीश चंद्र, भीम पहलवान, प्रताप लंबरदार, मोहन, छिददी, जगदीश, बिजेंद्र ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत की है। कुछ ग्रामीणों ने वन विभाग के रेंजर मेघश्याम शर्मा से मुलाकात कर घटना की लिखित शिकायत की है।
रेंजर ने मांगी रिपोर्ट
कोसीकलां: रेंजर मेघश्याम शर्मा ने टीम बनाकर प्रकरण पर रिपोर्ट मांगी है। शुक्रवार को रेंजर दौरा कर मामले की खुद भी जांच करेंगे। रेंजर शर्मा ने बताया कि मामला गंभीर है। जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।