यमुना नदी पर नया पुल लगभग तैयार
जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना नदी पर पुराने पुल के समानांतर निर्माणाधीन नया पुल अगले एक महीने में बन
जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना नदी पर पुराने पुल के समानांतर निर्माणाधीन नया पुल अगले एक महीने में बनकर तैयार हो सकता है। पुल के दोनों ओर अप्रोच रोड अभी नहीं बने हैं, इससे कम से कम छह माह तक यातायात शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही।
मथुरा को अलीगढ़ व हाथरस से जोड़ने वाला यमुना पुल करीब डेढ़ साल से निर्माणाधीन है। इसका 92 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है, केवल 8 फीसद कार्य शेष है। यह निर्माण भी एक माह में पूरा होने वाला है, लेकिन नए पुल से यातायात गुजरने के लिए अभी कोई आसार नहीं हैं, क्योंकि इस पुल को जोड़ने वाले अप्रोच रोड के बनने में अभी कम से कम छह माह का समय लग सकता है।
करीब डेढ़ साल पहले पुल निर्माण के साथ ही इसके संपर्क मार्ग के लिए धनराशि शासन से मांगी गई थी, लेकिन पिछले साल धनराशि का आवंटन नहीं हो सका, इसलिए संपर्क मार्ग निर्माण पिछड़ गया। अब लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने इसका शासनादेश करा दिया है। संपर्क मार्ग के लिए करीब 47 करोड़ की धनराशि भी जल्द जारी होने वाली है। इस धनराशि में संपर्क मार्ग के लिए अधिग्रहीत की जाने वाली भूमि की मुआवजा राशि भी शामिल है। माना जा रहा है कि भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया में अभी न्यूनतम तीन माह का समय लग सकता है। इसके साथ ही मानसून सीजन शुरू हो जाएगा। यदि इस दौरान भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया निपटा ली गई तो मानसून बाद सितंबर-अक्टूबर से इसका निर्माण प्रारंभ हो सकता है।
उप्र सेतु निगम के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर आइपी ¨सह का कहना है कि उनके विभाग का कार्य लगभग पूरा होने को है। तय समय में पुल निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
अभी नहीं होगी पुराने पुल की मरम्मत
मथुरा: जिला प्रशासन और सेतु निगम ने पिछले साल सितंबर में यमुना पर बने पुराने और जर्जर पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कराया था। आवागमन रोकने के साथ बेरीके¨डग कर दी गई थी और मशीनें भी मौके पर पहुंच गई थीं, लेकिन यमुना में जल प्रवाह ज्यादा होने के कारण इसे दिसंबर तक टाल दिया गया। अब इस पुराने पुल की मरम्मत नए पुल के शुरू हो जाने के बाद ही हो पाएगी। जिला प्रशासन का मानना है कि अलीगढ़-हाथरस के लिए यही एक मात्र रास्ता है और यमुना पार से हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे प्रतिदिन शहर आते हैं। नया पुल पर यातायात शुरू किए बिना इसकी मरम्मत शुरू कराई गई, तो यमुना पार आबादी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।