आंखों में आंसू, दिल में गुबार, जुबां ने उगली आग
जागरण संवाददाता, मथुरा: टाउनशिप स्थित कांशीराम कालोनी का माहौल अन्य दिनों की तुलना में गुरुवार को बि
जागरण संवाददाता, मथुरा: टाउनशिप स्थित कांशीराम कालोनी का माहौल अन्य दिनों की तुलना में गुरुवार को बिलकुल जुदा-जुदा था। जिन बच्चों की खिलखिलाहट से पूरी कॉलोनी में चहल-पहल रहती थी, गुरुवार को वो बच्चे दर्द से कराह रहे थे। अस्पतालों में भर्ती इन बच्चों के कारण कॉलोनी सूनी-सूनी थी। दो बच्चों की मौत से कालोनी की आंखों में आंसू थे तो जनसुविधाओं को लेकर अधिकारियों की बेरुखी से दिल में गुबार भरा हुआ था। दोपहर में जब अफसर आए, तो इन लोगों ने बिजली, पेयजल, गंदगी को लेकर इन्हें खूब खरी-खरी सुनाईं।
बुधवार की रातभर तो लोग अपने-अपने बच्चों की तीमारदारी में ही जुटे रहे। किसी को ये भी नहीं पता था कि उनके पड़ोस में भी बच्चा बीमार है। गुरुवार सुबह जब दो बच्चों की मौत उसी तकलीफ से होने की जानकारी मिली जिसके लक्षण उनके बच्चे को भी थे, वे ¨चतित हो गए। हादसे से गुस्साए कुछ लोग तो सुबह-सुबह ही स्कूल पर जा धमके। शिक्षिकाओं को निशाने पर ले लिया। हमें नहीं पढ़ाना अपना बच्चा ऐसे स्कूल में, जहां जहरीला दूध बांटा जाता है। स्कूल में इस कदर अफरा-तफरी मची कि शिक्षिकाओं ने बच्चों को पीछे वाले गेट से बाहर निकाल घर भेज दिया। आंगनबाड़ी केंद्र पर भी यही आक्रोश था। अफसरों को भी कॉलोनीवासियों के आक्रोश का आभास था। इसलिए कॉलोनी से लेकर हाईवे तक पुलिस और अधिकारी एलर्ट बने रहे। प्रशासन को अंदेशा था कि लोग कहीं हाईवे पर जाम न लगा दें।
इधर, कॉलोनी में लोगों का गुस्सा बेकाबू होता जा रहा था। ये लोग जनसुविधाओं के लिए कई वर्षों से चीख रहे हैं। मगर किसी ने सुनवाई नहीं की। पानी की टंकी एक बार भी साफ नहीं कराई गई। बिजली आती नहीं। पेयजल का इंतजाम भी नहीं है। कॉलोनी में हालात पर नजर रख रहे एसडीएम सदर राजेश कुमार, एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के सामने लोग अपना गुबार निकालते रहे। पप्पू, मुकेश, धीरेंद्र, रामबाबू, राजकुमार, राजेंद्र, सोनू, चंद्रप्रकाश, वीरेंद्र आदि ने बताया कि दो दिन से बिजली नहीं आ रही है, कोई सुनने वाला नहीं। पानी का टैंकर पहली बार कॉलोनी में आया है। जगह-जगह गंदगी है, कभी सफाईकर्मी नहीं आया। इन लोगों ने तो कहा कि अफसरों ने अगर कॉलोनी की व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दिया, तो एकदिन यहां के हालात विस्फोटक हो जाएंगे। अधिकारी भी मौके की नजाकत भांप सुनते रहे। दोपहर बाद पानी का एक टैंकर आया। महिलाएं बर्तन लेकर पानी भरने दौड़ीं, मगर टैंकर में खारा पानी देख इनका पारा और चढ़ गया। इसी बीच आए डीएम राजेश कुमार और एसएसपी डॉ. राकेश ¨सह ने लोगों के साथ सहानुभूति दर्शाते हुए उनकी समस्याओं को दूर कराने का आश्वासन दिया।