तहजीब की 'ट्रे¨नग' फिर भी बदतमीजी
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बांकेबिहारी मंदिर पर सुरक्षा गार्डों की श्रद्धालुओं से मारपीट अब आ
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बांकेबिहारी मंदिर पर सुरक्षा गार्डों की श्रद्धालुओं से मारपीट अब आए दिन की आदत बन चुकी है। जिस स्थल पर दुनिया भर से लोग आते हैं। आश्चर्य की बात ये है कि जरा सी चूक पर ये गार्ड बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को हड़का देते हैं, मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। वो भी तब, जब इन्हें नोएडा स्थित मुख्यालय पर बाकायदा ऐसे स्थलों पर संयमित रहने के लिए 'प्रशिक्षित' किया जाता है।
बांकेबिहारी मंदिर पर रविवार को गार्डों ने दिल्ली के श्रद्धालु परिवार से मारपीट की थी। इसमें चार श्रद्धालु घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। मंदिर में कुछ महिला सुरक्षाकर्मी समेत कुल 27 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। ये नोएडा की ग्रुप 2 एस कंपनी के हैं। गार्ड इस तरह की हरकत क्यों करते हैं, इस पर कंपनी के इंस्पेक्टर राजेश ¨सह कहते हैं कि मंदिर में भीड़ का रेला हटाते-हटाते गार्ड पसीने से तरबतर और परेशान हो जाते हैं। श्रद्धालु भी इनकी उपेक्षा करने से नहीं चूकते। इस दौरान किसी को गुस्सा आ गया, तो वह झगड़ जाता है। हालांकि भीड़ को नियंत्रित करना इनकी जिम्मेदारी है। मंदिर के कुछ सेवायतों का कहना है कि वीआइपी कटहरे में दर्शन के लिए सौ रुपए की पर्ची कटती है, लेकिन अनेक लोग भीड़ का फायदा उठाकर उसमें घुसने का प्रयास करते हैं। गार्ड उन्हें रोकते हैं, तो श्रद्धालु उनसे धक्का-मुक्की करने से नहीं चूकते। इसके चलते भी अक्सर झगड़े के हालात बन जाते हैं।
मंदिर के 27 गार्डों में इंस्पेक्टर समेत दो गार्ड स्नातक, 19 गार्ड इंटरमीडिएट व छह हाईस्कूल पास हैं। राजेश ¨सह का कहना है कि कंपनी मुख्यालय में इन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है। वैसे सभी गार्डों की मॉनीट¨रग की जा रही है। झगड़ालू किस्म के गार्ड जल्द हटाए जाएंगे।
'सेवाभाव से करते हैं काम'
मंदिर में तैनात गार्ड गजेंद्र ¨सह, सुधर ¨सह, अतुल दुबे और संपूर्णानंद ने कहा कि वे मंदिर में सेवाभाव से काम करते हैं, लेकिन कुछ श्रद्धालु उन्हें बहुत 'छोटा' मानकर उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते।