इंसानी राह को छीनी पशुओं की राहत
मथुरा(फरह): राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण को पशुओं की राहत छीन ली गई है। गर्मी में पशुओं का सहारा बन
मथुरा(फरह): राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण को पशुओं की राहत छीन ली गई है। गर्मी में पशुओं का सहारा बनने वाले तीन तालाब और एक कुआं राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण की भेंट चढ़ चुके हैं। इन्हें बंद कराया जा चुका है। ऐसे में अब तक गर्मियों में यहां गला तर करने वाले पशुओं को तो दिक्कत होगी ही। साथ ही आसपास के क्षेत्र में भूमिगत जल स्त्रोत पर भी फर्क पड़ेगा।
हाईवे के चौड़ीकरण के तहत सिक्स लेन के निर्माण कार्य के दौरान रैपुराजाट गांव में देवी मंदिर तालाब, शिव मंदिर तालाब और कुंभेण तालाब चौड़ीकरण की जद में आ गए हैं। जिससे पशु-पक्षियों और जंगली जानवरों के पेयजल के उपयोग में आने वाले तीन तालाब बंद कर दिए गए हैं। तालाबों का पानी निकाल कर इनमें मिट्टी डाली जा चुकी है। ऐसे में अब तक गर्मी के मौसम में गला तर करने और गर्मी से बचने का इन तालाबों में आकर बैठने वाले पशुओं के लिए दिक्कत पैदा होती नजर आ रही है। इसको लेकर ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है। तालाबों के साथ ही गांव में सड़क किनारे बना कुआं भी बंद किया जा रहा है।
अब इससे गांव के लोगों को मीठे पानी के लिए भी तरसना पड़ेगा। गांव के लोग इसी कुएं से पेयजल के लिए पानी लेकर जाते थे। ग्रामीणों रणविजय प्रधान, अचल ¨सह, भूरी ¨सह, दिलीप, रामगोपाल ने बताया कि पूर्व में भी हाईवे बनने के दौरान एक कुआं रोड के दायरे में आने के कारण बंद कर दिया गया था। इसके बाद से यह कुआं पूरे गांव की प्यास बुझा रहा था। अब इसके भी बंद होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लोगों ने कुआं बंद करने के एवज में पानी के लिए दूसरा इंतजाम करने की मांग की है।