दबंगई दिखा रहा ग्राम सचिव बना 'भीगी बिल्ली'
जागरण संवाददाता, मथुरा: राजीव भवन परिसर में गुरुवार को गुंडई दिखा रहे ग्राम पंचायत सचिव को लेने के द
जागरण संवाददाता, मथुरा: राजीव भवन परिसर में गुरुवार को गुंडई दिखा रहे ग्राम पंचायत सचिव को लेने के देने पड़ गए। सफाई कर्मियों के तबादले पर अड़े सचिव ने संबंधित बाबू को बुधवार रात को फोन पर धमकाया। गुरुवार को राजीव भवन में बाबू समर्थकों के तेवर का आभास हुआ, तो डीपीआरओ कार्यालय में भीगी बिल्ली बन छिपा रहा। शुभचिंतकों ने पिटाई से बचाने के लिए कार्यालय का ताला बंद कर दिया। कई घंटे तक चले ड्रामे के बाद ग्राम सचिव ने माफी मांग ली।
पंचायत सचिव महिपाल सिंह की मांट क्षेत्र के गांवों में तैनाती है। डीआरडीए के बाबू राजेंद्र सिंह डीपीआरओ कार्यालय में सफाई कर्मियों का पटल देख रहे हैं। आरोप है कि महिपाल सिंह कुछ सफाई कर्मियों का तबादला कराना चाहता था। इसे लेकर वह बाबू राजेंद्र पर दबाव बना रहा था। बाबू ने दबाव नहीं माना, तो बुधवार रात को फोन पर महिपाल ने उसे धमकाया। गाली-गलौज की। ग्राम सचिव महिपाल की धमकियां बाबू ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लीं। बाबू ने गुरुवार को राजीव भवन में मोबाइल रिकॉर्डिग डीपीआरओ को सुनाई। कुछ देर बाद ग्राम सचिव भी मौके पर पहुंच गया। हाथ में डंडा लेकर वो गुंडई करने लगा। गाली-गलौज से माहौल गरमा गया।
उधर, बाबू के समर्थक भी आ गए। वे सचिव को सबक सिखाने पर आमादा हो गए। मौके की नजाकत भांप सचिव भीगी बिल्ली बना डीपीआरओ राजेंद्र सिंह यादव के साथ उनके कार्यालय में बैठ गया। जरूरी कार्य के कारण डीपीआरओ कार्यालय से चले गए, तो सचिव के शुभचिंतकों ने कार्यालय पर बाहर से ताला लगा दिया। बाबू समर्थकों को इसका पता नहीं चल पाया और वे वहां से चले गए।
करीब दो घंटे बाद आए डीपीआरओ ने दोनों पक्षों में समझौता कराया। इस दौरान सचिव कार्यालय में तालाबंद ही रहा। डीपीआरओ ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव महिपाल ने 20 लोगों की मौजूदगी में माफी मांगी और लिखित में कुसूरनामा दिया है। भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की लिखित में बात कही है।
डीएम-सीडीओ से शिकायत
राजीव भवन में गुंडई, हंगामा करने की शिकायत सीडीओ और डीएम से की गई है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी ग्राम पंचायत सचिव पर सीडीओ व डीएम स्तर से कार्रवाई की जा सकती है। ग्राम सचिव महिपाल सिंह ने कहा कि मजाक में ये स्थिति पैदा हो गई। अब माफी मांग ली है। मामला खत्म हो गया है।