Move to Jagran APP

घर से बर्तन लाओ या डिब्बा खरीद कर लो दूध

जागरण संवाददाता, मथुरा: होली गेट स्थित एक डेरी दुकानदार ने अब पॉलीथिन के बजाय प्लास्टिक के डिब्बों म

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 07:35 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 07:35 PM (IST)

जागरण संवाददाता, मथुरा: होली गेट स्थित एक डेरी दुकानदार ने अब पॉलीथिन के बजाय प्लास्टिक के डिब्बों में दूध देना शुरू किया है। वह सुकून में है। डिब्बे के पैसे अलग से मिल रहे हैं, पहले पॉलीथिन पर जेब का पैसा खर्च होता था। उसने साफ कह दिया है कि या तो घर से बर्तन लेकर आओ या फिर पंद्रह रुपये का डिब्बा लो। भारी जुर्माने का भय पॉलीथिन के विकल्प तैयार कर रहा है।

loksabha election banner

जुर्माने के भय से अन्य दुकानदार भी कांप रहे हैं और कपड़े के कैरी बैग की डिमांड अचानक बढ़ गयी है। शहर के छोटे प्लास्टिक दुकानदारों की मानें तो अब वे रोजाना औसतन पचास किलो कैरी बैग बेच रहे हैं, जबकि कुछ दिन पहले तक यह डिमांड शून्य के बराबर होती थी। कैरी बैग बाजार में 140 रुपए किलो है, जिसमें करीब पचास बैग ही चढ़ पाते हैं, जबकि 120 रुपए किलो की पॉलीथिन दो से ढाई सौ तक चढ़ती थीं।

प्लास्टिक दुकानदारों के अनुसार कुछ दिन पहले तक शहर में प्रतिदिन दो हजार किलो पॉलीथिन बैग बिक रहे थे, जो अब आधे रह गए हैं। यह स्थिति तो तब है, जबकि अभी नगर पालिका, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पुलिस का संयुक्त अभियान नहीं चला है। होली गेट स्थित कुमार प्लास्टिक के मालिक अशोक अग्रवाल कहते हैं कि कैरी बैग की डिमांड पचास फीसद बढ़ी है और यह अच्छी शुरूआत है।

थोक विक्रेताओं ने भी ढूंढे विकल्प

मथुरा के पॉलीथिन के थोक विक्रेता जो औसतन प्रतिदिन सोलह लाख रुपए की पॉलीथिन बेचते हैं, उनकी आमदनी पर अभी ज्यादा असर नहीं पड़ा है। वे कस्बों और देहात में अपना माल खपा रहे हैं। जिला प्रशासन पॉलीथिन के प्रयोग पर तो लगाम लगा रहा है, लेकिन उसने थोक विक्रेताओं और निर्माताओं पर शिकंजा कसने से परहेज बरता हुआ है।

कैरी बैग उद्योग को मिले संरक्षण

पॉलीथिन के विकल्प के तौर पर कपड़े के कैरी बैग का उत्पादन वर्तमान परिस्थितियों में कई गुना बढ़ सकता है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कैरी बैग के कुटीर उद्योगों को संरक्षण देने के लिए अलग स्तर पर कोई पहल नहीं की है। आने वाले समय में इस छोटे उद्योग को झटका भी लग सकता है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुरारी अग्रवाल कहते हैं कि वैकल्पिक उद्योगों को ऋण, बिजली समेत स्थापना पर सहयोग करना चाहिए। बाजार में बड़ी मात्रा में कैरी बैग उपलब्ध होंगे तो इनकी कीमत में भी कमी आएगी, जिसका फायदा व्यापारी को मिलेगा।

20 में से दो दुकानों पर ही मिली पॉलीथिन

गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर पालिका के ईओ के साथ होलीगेट से कोतवाली तक की 20 दुकानों की तलाशी कराई। सिर्फ दो ही जगह पर पॉलीथिन मिली। इन दोनों दुकानों का चालान करके इनसे पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.