Move to Jagran APP

पुलिस मुठभेड़ में हत्थे चढ़े पांच लुटेरे

जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे के टैंटीगाव पुल के समीप बुधवार को अपराह्न में सुरीर पुलिस

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 06:34 PM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 06:34 PM (IST)

जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे के टैंटीगाव पुल के समीप बुधवार को अपराह्न में सुरीर पुलिस ने मुठभेड़ में पांच लुटेरों को दबोच लिया। बदमाशों ने करीब सत्रह दिन पहले सुरीर कोतवाली इलाके के नगला जयसिंह से किश्त वसूल कर लौट रहे एक फाइनेंस कंपनी के दो कर्मचारियों से लूटपाट की वारदात भी कबूल की।

loksabha election banner

सेटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क की सुरीर ब्रांच के कर्मचारी विक्रम सिंह परमार निवासी नगला मियां थाना हसायन अपने साथी प्रदीप कुमार निवासी मुहल्ला गोसगंज थाना सिंकदराऊ हाथरस को 8 नवंबर की सुबह सुरीर कोतवाली इलाके के नगला जयसिंह से किश्त वसूल कर लौट रहे थे। दोनों को रास्ते में लूट लिया गया था।

गुरुवार को लूटकांड का पर्दाफाश करते हुए एसपी देहात शगुन गौतम ने बताया कि सीओ मांट राजेश सोनकर और कोतवाली प्रभारी मुनीश चंद्र ने बुधवार अपराह्न में यमुना एक्सप्रेस के टैंटीगांव पुल के समीप घेराबंदी के दौरान बदमाशों को दबोच लिया। इनके नाम हरपाल निवासी बदनपुर, विक्रम सिंह उर्फ भाट नगला जय सिंह, राहुल कुमार और गुड्डू निवासी डडीसरा और रामेश्वर निवासी मोरमुकटी सभी थाना सुरीर बताए हैं।

बदमाशों के कब्जे से लूटी गई नकदी, मोबाइल, एटीएम, पैन और वोटर कार्ड, दोनों मोबाइल, मोटरसाइकिल और फरीदाबाद के सेक्टर-तीन से चुराई मोटरसाइकिल और अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान सीओ मांट राजेश सोनकर भी मौजूद थे।

जटवारी से खरीदे से हथियार

लुटेरों ने पूछताछ में बताया कि लूटपाट करने के लिए उन्होंने गांव जटवारी से 4000-4000 रुपये में अवैध हथियार खरीदे थे। लुटेरों के मुताबिक, गांव जटवारी में एक दर्जन से अधिक लोग अवैध हथियारों की बिक्री कर रह रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.