नाके हुए खाली, हावी हुए बदमाश
जागरण संवाददाता, मथुरा: राष्ट्रीय राजमार्ग-दो समेत अन्य मार्गो पर लूटपाट और राहजनी की वारदातों पर वि
जागरण संवाददाता, मथुरा: राष्ट्रीय राजमार्ग-दो समेत अन्य मार्गो पर लूटपाट और राहजनी की वारदातों पर विराम लगाने के लिए जिले में चिह्नित किए 50 जांच पड़ताल केंद्रों से पुलिस को हटा लिया गया है। अब इन केंद्रों पर चेकिंग न किए जाने से बदमाश लूटपाट की वारदातों को अंजाम देकर आसानी से पुलिस की पकड़ से दूर निकल रहे हैं।
बाहरी गिरोहों और स्थानीय बदमाशों के गठबंधन ने पुलिस के पसीने छुड़ा रखे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-दो, यमुना एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड और अन्य मार्गो पर की जा रही लूटपाट और राहजनी की वारदातों पर पुलिस विराम नहीं लगा पा रही है। बदमाशों की नकेल कसने को जिले भर की नाकेबंदी की गई थी। गांव खामनी, नीमगांव, हाथिया चौराहा, पैंठा, जाजनपट्टी, ऊमरी, नंदगांव मार्ग, शेरगढ़ पुल, मांट और राया के बीच, विचपुरी, राया कट, पानीगांव, गोशाला तिराहा गोकुल, औरंगाबाद तिराहा, रैपुराजाट पुलिस चौकी, परखम तिरहा, धौली-प्याऊ, भरतपुर कट, मंडी चौराहा, गोवर्धन चौराहा, अलवर पुल, गोकुल रेस्टोरेंट, जैंत, छाता और अकबरपुर के बीच, सदर तिराहा, मसानी, चौराहे समेत 50 केंद्र चेकिंग के लिए निर्धारित किए थे। संवेदनशील स्थानों पर बेरियर लगाकर और अन्य स्थानों पर वाहनों को रोक कर तलाशी लेने के आदेश तत्कालीन एसएसपी नितिन तिवारी ने दिए थे। यह व्यवस्था राहगीरों को सस्ते किराए का लालच देकर लक्जरी गाड़ियों में बैठा कर लूटने वाले गिरोह और वाहन लूट की घटनाओं पर काबू करने के लिए की गई थी। निर्धारित नाके पर से पुलिस को हटा लिया गया। नतीजतन बदमाश हावी हो गए। वे लूटपाट की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस की पकड़ से दूर भाग रहे हैं। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि गश्ती पुलिस दल नियमित चेकिंग कर रहा है। संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। संदिग्ध वाहनों को छानबीन के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी वारदात के संभावित स्थानों पर भी लगाई जा रही है।