सीबीआइ को सौंपा मनरेगा कार्यो का रिकॉर्ड
जागरण संवाददाता, मथुरा: कई दिनों की मशक्कत के बाद शनिवार रात को केंद्रीय जांच ब्यूरो को महात्मा गांध
जागरण संवाददाता, मथुरा: कई दिनों की मशक्कत के बाद शनिवार रात को केंद्रीय जांच ब्यूरो को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना का रिकार्ड सौंप दिया गया। सीबीआइ टीम जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के कार्यालय में कई घंटे तक रिकॉर्ड का मिलान करती रही। अब सीबीआइ टीम संबंधित क्षेत्र में पहुंच कर स्थानीय लोगों से मनरेगा के कार्यो का सच जानने का प्रयास करेगी। तत्कालीन अफसरों और जनप्रतिनिधियों को पूछताछ के लिए गाजियाबाद स्थित कार्यालय भी तलब कर सकती है।
दरअसल, वित्तीय वर्ष 2008-09 में छाता, चौमुंहा, नंदगांव क्षेत्र के सात गांवों में इंटरलॉकिंग कार्य कराए गए थे। बाद में शिकायत होने पर इसकी जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा से कराई गई थी। उसकी रिपोर्ट पर शासन ने दस दिन पूर्व तत्कालीन सीडीओ एनके पालीवाल पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे।
लेकिन डीएम ने आदेश के क्रम में कोई निर्णय नहीं किया है। दूसरी ओर हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ उक्त मामले की जांच करने में जुटी है। विगत चार दिनों से सीबीआइ टीम ने जिला मुख्यालय पर डेरा डाल रखा है। अब तक तत्कालीन ग्राम सचिव, पूर्व प्रधान, बीडीओ, रोजगार सेवक आदि से पूछताछ हो चुकी है। शनिवार को दिनभर में डीआरडीए में रिकार्ड तैयार करने और सीबीआइ को सुपुर्द करने का कार्य चलता रहा।
डीआरडीए के परियोजना निदेशक एके बाजपेयी ने बताया कि सीबीआइ को मनरेगा कार्यो का रिकार्ड सुपुर्द कर दिया गया है।