हथियारों के सौदागरों के भी गुप्तचर
जागरण संवाददाता, मथुरा: पुलिस के एक-एक कदम की आहट हथियारों के सौदागरों के कानों में पहुंच रही है। ये
जागरण संवाददाता, मथुरा: पुलिस के एक-एक कदम की आहट हथियारों के सौदागरों के कानों में पहुंच रही है। ये काम कर रहे हैं उनके गुप्तचर। पुलिस कार्रवाई की तैयारी के साथ ही शातिर सतर्क हो रहे हैं। वे थाने में भी चाय-पानी की सेवा तक दे रहे हैं और पुलिस की पैनी निगाहें उनको पहचानने में धोखा खा रही हैं।
हाल में पुलिस ने कोसीकलां के गांव उटावड़ में हथियारों बनाने की फैक्ट्रियों पर छापे मारे थे। यहां से पुलिस हथियारों के जखीरे को बरामद कर थाने लेकर आ भी नहीं पाई थी कि थाना बरसाना के गांव हाथिया में फैक्ट्रियों से हथियार हटाए जाना शुरू हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हाथिया, विशंभरा, जंघावली, देवसेरस और उटावड़ इलाके के शातिरों ने थाने से लेकर अपने ठिकाने तक मजबूत नेटवर्क बना रखा है। उसे ध्वस्त करना अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। वे थाने से लेकर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियों तक कोई न कोई छोटा-मोटा धंधा खोलकर बैठे हुए हैं। यहां तक वे चाय-पानी की सेवा करने के लिए थाने में भी जा रहे हैं, पर पुलिस उनको पहचान नहीं पा रही है। थाने से पुलिस की गाड़ियां जैसे ही उनके ठिकानों की तरफ बढ़ती हैं, शातिर सतर्क हो जाते हैं। ऑपरेशन में शामिल रहे एक सिपाही ने बताया कि गांव हाथिया में पुलिस को उटावड़ से ज्यादा अवैध हथियार मिलने की उम्मीद थी, पर उटावड़ से ही हथियारों के सौदागरों को खबर लग गई थी कि पुलिस यहां से सीधे हाथिया आ रही है। इस बीच शातिरों ने अपने ठिकानों की सफाई कर दी थी। सूत्रों की मानें, तो अभी गांव हाथिया में करीब 20 ठिकानों पर अवैध हथियारों बनाए जा रहे हैं।
तलाशते हैं ग्राहक
अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री खोल कर बैठे शातिरों के गुप्तचर ही उनके लिए ग्राहक भी तलाश रहे हैं। चाय-पान, पंचर और अन्य छोटे-मोटे धंधे करने वाले के संपर्क में आने वाले लोगों से ये बातों ही बातों में हथियारों का जिक्र करके उनको अपने जाल में फंसाकर ठिकाने तक ले जाने का भी काम कर रहे हैं।
'ऑपरेशन हाथिया और उटावड़ के बाद पुलिस को काफी कुछ अनुभव हुआ है। अब तक की तहकीकात में जानकारी मिली है कि रास्तों में बैठे कुछ दुकानदार अवैध हथियार सप्लाई कर रहे शातिरों को पुलिस के आने की सूचनाएं पहुंचा रहे हैं। उन्हें तलाश करके चिन्हित करने के लिए पुलिस ने विश्वसनीय मुखबिर लगाए हैं। पुख्ता सबूत जुटाकर उनके भी खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
-शगुन गौतम, एसपी देहात