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फनकार और झंकार से महफिल का इकरार

जागरण संवाददाता, मथुरा: सजावट और झिलमिलाहट से सराबोर मंच। नाजुक उंगुलियों के बीच फंसा माइक और कंठ से

By Edited By: Published: Thu, 02 Oct 2014 01:11 AM (IST)Updated: Thu, 02 Oct 2014 01:11 AM (IST)
फनकार और झंकार से महफिल का इकरार

जागरण संवाददाता, मथुरा: सजावट और झिलमिलाहट से सराबोर मंच। नाजुक उंगुलियों के बीच फंसा माइक और कंठ से सुरीले सुर गुनगुनाती प्राजक्ता शुक्रे जैसी फनकार। इन सुरो को लाइनर साउंड, मॉनीटर साउंड जैसी तकनीक से कर्णप्रिय बनाता सुसज्जित म्यूजिक सिस्टम। फनकार और झंकार के ऐसे संगम से महफिल भी ऐसा इकरार कर बैठी कि हर पल को अनूठे रास में बांधे रखा।

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दैनिक जागरण के 'डांडिया रास- 2014' का आयोजन ही ऐसा था। यादगार महफिल में भागीदारी के लिए लोगों के आने का सिलसिला शाम होते ही शुरू हुआ, जो पूरा मैदान भरने के बाद भी जारी बना रहा। गुजराती परिधानों में सजधज कर आए बच्चे, युवा, महिलाएं प्राजक्ता शुक्रे के गीतों पर झूमने से अपने को रोक नहीं सके। भक्तिभाव के गीतों ने नवरात्र पर्व के उल्लास को और बढ़ा दिया। इसके बाद फरमाइश का दौर शुरू हुआ। प्राजक्ता ने भी युवा दिलों पर गीतों की बौछार कर दी। और फिर दिल काबू में नहीें रहा और न पैर। डांसिंग फ्लोर तो पल भर में ही फुल हो गया। ढलती उम्र भी इस मौके पर जवां होती नजर आई।

इन्होंने रचाया सहयोग का 'रास'

दैनिक जागरण और जेएसबी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा प्रस्तुत 'डांडिया रास- 2014' में रीयल एस्टेट कंपनी श्री गु्रप और जीएलए विवि टाइटल स्पोंसर हैं, जबकि पावर्ड बाइ बीके इंस्टीट्यूट, स्वीटी सुपारी, जीएल बजाज, केएन इंटरनेशनल हैं। एसोसिएट बाइ एनके ग्रुप, चंद्रा ग्रींस, एएसएमआर, संस्कृति इंस्टीटयूट और गिरिराज ग्रुप हैं। प्लंबर ग्रुप, कोषदा ज्वैलर्स, कोषदा बिल्डवन, समृद्धि ज्वैलर्स, कल्पवट बिल्डर, व‌र्ल्ड इंडिया फाउंडेशन, गिरिराज महाराज कॉलेज, कृष्णा इंस्टीटयूट, सलोनी ग्रुप, इम्पैक्ट, विकास गाइड बुक, यूनीकॉम, माउंट लिट्रा, होटल निधिवन सह आयोजक हैं।

कोई हमउम्र संग खेला डांडिया तो कोई परिजनों संग

मनमोहक नजारा था। गीतों की धुनें लोगों को एकता के रास में बांध रही थीं। हाथ में स्टिक लिए डांसिंग फ्लोर पर समाज और उम्र के तमाम दायरे मिट चुके थे। हमउम्र संग डांडिया स्टिक खनकीं, तो कोई छोटे बच्चे संग डांडिया खेल बचपन में खो गया था। कहीं पर पूरा परिवार थिरक रहा था।


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