बमुश्किल हो पाया वेबकास्टिंग का ट्रायल
जागरण संवाददाता, मथुरा: मंगलवार को ग्रामीण इलाकों में चिन्हित बीस पोलिंग बूथों पर वेबकास्टिंग का लाइव टेस्ट फेल हो गया था। बुधवार को भी भारी मशक्कत के बाद बीएसएनएल ने किसी तरह व्यवस्था की और ट्रायल हो सका। हालांकि मतदान का लाइव टेस्ट विद्युत आपूर्ति पर ज्यादा निर्भर करेगा।
गुरुवार को होने वाले मतदान में जनपद के 40 पोलिंग बूथों से मतदान की लाइव वेबकास्टिंग की जानी है। इसमें बीस बूथ नगरीय एवं इतने ही ग्रामीण इलाकों में रखे गए हैं। नगरीय बूथों पर व्योम टेक्नोलॉजिज नेट कनेक्टविटी मुहैया करा रहा है, जबकि देहात का जिम्मा भारत संचार निगम का है।
मंगलवार को कनेक्टविटी का लाइव टेस्ट जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल चौहान ने लिया तो ग्रामीण क्षेत्र के बीस पोलिंग बूथों पर यह फेल हो गया। किसी पर भी भारत संचार निगम ब्राड बैंड या नेट कनेक्टविटी उपलब्ध नहीं करा सका।
संचार निगम अधिकारियों का कहना है कि बीते दिन जब वह चिन्हित पोलिंग बूथों पर पहुंचे, जो ज्यादातर प्राथमिक व अन्य स्कूल-कालेजों में बने हुए हैं, वे बंद मिले। जो खुले मिले, उनमें विद्युत आपूर्ति नहीं थी तो कई जगह बिजली का प्वाइंट ही नहीं था, प्लग कहां लगाते? लिहाजा कनेक्टविटी चेक नहीं की जा सकी।
इसकी जानकारी संचार निगम अधिकारियों ने जिलाधिकारी को दी तो उन्होंने एसडीएम की क्लास भी ली। निगम अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश पोलिंग बूथों पर बिजली सप्लाई सुचारू नहीं है। यह मतदान वाले दिन भी व्यवधान डाल सकती है।
प्रशासन को भेजी रिपोर्ट में बीएसएनएल महाप्रबंधक जीपी त्रिपाठी ने अवगत कराया कि मंगलवार को निगम केवल डायट पोलिंग बूथ पर ही लाइव टेस्ट करा सका, जबकि अड़ींग के पांच, बाद के एक बूथ पर कोई नहीं मिला। औरंगाबाद में बिजली की व्यवस्था नहीं थी तो तंतूरा केंद्र पर ताला लगा मिला।
इसी प्रकार राल, लोहवन, कारब, सुरीर पर टेस्ट नहीं हो सका। अवैरनी, विरहाना, पैगांव, नौगांव व बठैन कलां पर निगम ने वाइमैक्स लगाए हैं, जिन पर बुधवार को लाइव टेस्ट हो सका। हालांकि निगम प्रशासन बुधवार को भी प्रशासन में चक्कर लगाता रहा।
निगम के डीई फोन्स व नोडल अधिकारी आरके मिश्रा ने बताया कि वेबकास्टिंग की व्यवस्थाएं कर ली गयी हैं और ट्रायल सफल रहा है। विद्युत आपूर्ति सुचारू रहने की उम्मीद की गयी है।