नौनिहालों के शारीरिक विकास में अहम है योग
मैनपुरी, भोगांव : परिषदीय स्कूलों के बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास को योग शिक्षा को प्रभावी बना
मैनपुरी, भोगांव : परिषदीय स्कूलों के बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास को योग शिक्षा को प्रभावी बनाना जरूरी है। योग के माध्यम से ही भारत का पूरी दुनिया में महत्व बढ़ा है। बच्चे राष्ट्र की अमूल धरोहर हैं। इन्हें समृद्धिशाली बनाने के लिए योग से जोड़ना जरूरी है।
उक्त बातें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य नरेंद्र पाल ¨सह ने संस्थान में चल रहे परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के योग प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन कही। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की प्राचीन विरासत हैं। योग के माध्यम से ही व्यक्ति को आसानी से निरोगी बनाया जा सकता है। स्कूलों में आने वाले बच्चों को नियमित योग कराने से उनका शारीरिक विकास तेजी से होता है। शिविर के दूसरे दिन विकास खंड ब्लॉक बेवर, जागीर, सुल्तानगंज, कुरावली, किशनी के प्रतिभागी शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर प्रशांत तिवारी व अंशुल अनंत ने ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, गुरुणासन, सूर्यनमस्कार के साथ-साथ ¨सहासन, श्वासन, कपालभाति, अनलोम-विलोम का अभ्यास कराया। योग को प्रभावी तरीके से स्कूलों में लागू करने में शिक्षकों ने समूह बनाकर चर्चा की। 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे चरण का समापन रविवार को किया जाएगा। इस दौरान शरद यादव, नीलेश यादव, हरिश्चंद्र, शरद वर्मा, गायत्री, कामाक्षी, सुमन यादव, राममोहन, अरूण कुमार, मनोज कुमार, भूपेंद्र कुमार मौजूद रहे।