हत्या कर लटकाई गई थी दीपक की लाश
मैनपुरी : तीन दिन पहले संदिग्ध हालत में हुई युवक की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी। मौत के घाट
मैनपुरी : तीन दिन पहले संदिग्ध हालत में हुई युवक की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी। मौत के घाट उतारने के बाद उसे फंदे पर लटकाया गया था। इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। हालांकि, घटना को लेकर अब तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
थाना बेवर के गांव जोगपुर निवासी दीपक कुमार (23) नगला पजाबा के पास पुलिस लाइन मार्ग के समीप सियाराम के निर्माणाधीन मकान पर मजदूरी करता था। रात को सामान की रखवाली के लिए निर्माणाधीन मकान पर ही सोता था। रविवार की शाम मजदूरों के जाने के बाद दीपक ने घर का दरवाजा बंद कर लिया। अगले दिन सुबह मजदूर काम पर आए तो दरवाजा बंद मिला। काफी कोशिश के बाद भी दरवाजा नहीं खुली तो मजदूरों ने दीवार फांदकर अंदर जाकर देखा। अंदर चौखट पर दीपक की लाश लटक रही थी। पैर जमीन पर टिके थे। पुलिस ने घटना को आत्महत्या बताया था, लेकिन पैर जमीन पर टिके होने के कारण लोग घटना को आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं थे। मौत का कारण जानने के लिए पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली तो पुलिस भी हैरान रह गई। मृतक के शरीर में अंदरूनी चोटें थीं। पसलिया टूटीं हुई थीं। रिपोर्ट के मुताबिक युवक की मौत फांसी लगने से नहीं बल्कि गंभीर चोटों के कारण हुई हैं। इससे साबित है कि युवक की हत्या पीट-पीटकर करने के बाद घटना को आत्महत्या दर्शाने के लिए शव को फंदे पर लटकाया गया है।
घटना को तीन दिन बीतने के बाद भी न तो परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली में तहरीर दी, नहीं पुलिस ने अपनी ओर से हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। कोतवाली प्रभारी शुजात हुसैन ने बताया कि दीपक की मौत चोटों के कारण हुई है। परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर मामला दर्ज किया जाएगा।