बोर्ड परीक्षा में होगी केंद्रों की वीडियोग्राफी
मैनपुरी: हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में शासन ने नकल के लिए बदनाम कॉलेजों की वीडियो
मैनपुरी: हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में शासन ने नकल के लिए बदनाम कॉलेजों की वीडियोग्राफी कराने का फैसला लिया है। सचल दल के दस्ते निरीक्षण के दौरान परीक्षा केंद्र की वीडियोग्राफी करेंगे। किसी केंद्र पर नकल पकड़ी गई तो उसके विरुद्ध सीधे कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए बोर्ड ने व्यापक इंतजाम किए हैं। परीक्षा नीति में शासन ने स्पष्ट किया है कि नकल पर पूरी तरह नकेल लगाई जाएगी। नकल के लिए बदनाम कॉलेजों को संवेदनशील और अति संवेदनशील की श्रेणी में शामिल करें। इन पर निरीक्षण के लिए जाने वाले सचल दल के प्रभारी वीडियोग्राफी कराएं। वीडियोग्राफी से ये पता चलेगा कि केंद्र में नकल किस स्तर पर की जा रही थी।
किशनी में नकल रोकना बनेगा चुनौती
जिले के 2014 परीक्षा केंद्रों में अकेले किशनी क्षेत्र के 60 परीक्षा केंद्र हैं। नकल के लिए बदनाम किशनी क्षेत्र में छात्र संख्या पूरे जिले से 40 फीसद इन्हीं कॉलेजों में है। जिले की इटावा और कन्नौज की सीमा से जुड़े इस क्षेत्र में नकल का सबसे अधिक बोलबाला रहता है। प्रशासन भी इस क्षेत्र में नकल रोकने में कामयाब नहीं होता है।
अधिकारी कहिन
नकल रोकने के लिए शासन ने निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर वीडियोग्राफी होगी। कुछ कॉलेजों में स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी लगाए जाएंगे। सचल दल प्रभारी वीडियोग्राफी कराएंगे।
आरपी यादव, डीआइओएस, मैनपुरी।