भक्तों के उपदेशों का संग्रह है गुरुग्रंथ साहिब
मैनपुरी : गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाशोत्सव पर्व पंजाबी कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा ¨सह साहिब में धूमधा
मैनपुरी : गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाशोत्सव पर्व पंजाबी कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा ¨सह साहिब में धूमधाम के साथ मनाया गया। अखंड पाठ की समाप्ति पर शबद कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें समूह में साध संगत ने उपस्थित होकर भजन कीर्तन किया। लंगर का प्रसाद चखकर लोग निहाल हो गए।
मंगलवार को देर सायं गुरुद्वारा ¨सह साहिब को बिजली की रोशनी से सजाकर गुरुग्रंथ साहिब के प्रकाशोत्सव पर ज्ञानी रूपेंदर जी ने कहा कि सिक्खों के दशवें गुरु गो¨बद ¨सह ने खालसा पंथ की स्थापना कर गुरुग्रंथ साहिब को गुरु मानने का हुक्म दिया। इस ग्रंथ में 15 भक्तों के उपदेशों का सृजन है। इस दिन प्रथम बार अमृतसर में प्रकाशोत्सव पर्व मनाया गया था।
गुरुद्वारा प्रधान सरदार हरबंश ¨सह ने कहा कि हमें गुरुग्रंथ साहिब के वचनों का अनुसरण करने का संकल्प लेना चाहिए। अखंड पाठ की समाप्ति पर शबद कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के महिला-पुरुष व बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लेकर खुशियां मनाईं। कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु गो¨बद ¨सह लंगर हॉल में गुरु का लंगर वितरित किया गया। लंगर का प्रसाद चखकर लोग निहाल हुए।
इस अवसर पर सरदार महेंद्र ¨सह, सरदार जनक ¨सह, र¨वद्र ¨सह, गुरदीप ¨सह, केहर ¨सह, हरदीप ¨सह, भगत ¨सह, पूरन ¨सह, नरेंद्र कालरा, सर्वजीत ¨सह, इंद्रपाल¨सह, अर¨वद ¨सह लाट, हरभजन ¨सह, कुलदीप ¨सह, प्रभुगुन ¨सह, मान¨सह, डॉ. एसपी ¨सह, बाबूराम, जगप्रीत ¨सह, दिलीप ¨सह, अनूप ¨सह मौजूद थे।