लापरवाही से दूर हुई ग्रामीणों की रोशनी
मैनपुरी : राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में संस्था और अफसरों की लापरवाही ने ग्रामीणों से बिजली की
मैनपुरी : राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में संस्था और अफसरों की लापरवाही ने ग्रामीणों से बिजली की रोशनी दूर कर दी है। सितंबर में काम पूरा करना है लेकिन अभी तक 354 गांवों में काम होना है। ऐसे में एक साल में बिजली गांवों को कैसे मिल पाएगी। ये अपने आप में सवाल है।
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत चयनित 614 गांवों में दिसंबर 2012 में नोयडा की कार्यदायी संस्था ईटीए काम शुरू किया था। कार्य की धीमी गति के चलते मात्र 260 गांव में विद्युतीकरण का कार्य हो सका। जिसमें केवल 150 गांव में बिजली की रोशनी हो सकी है। विद्युतीकरण का कार्य सितंबर 2015 तक समाप्ति का समय निर्धारित किया गया था। ऐसे में अब कार्यदायी संस्था केवल एक माह में शेष 354 गांव का कार्य कैसे पूरा करेगी। बिजली विभाग ने कार्य की धीमी गति पर ईटीए को चेतावनी पत्र देकर निर्देशित किया है कि निर्धारित समय के बाद संस्था द्वारा जो भी कार्य किया जाएगा उसपर विभाग 10 फीसद की पेनाल्टी वसूल करेगी।
अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल ऐके श्रीवास्तव ने बताया कि विद्युतीकरण का कार्य कर रही नोएडा की संस्था ईटीए को पत्र लिख कर कहा गया है कि सितंबर माह के बाद जो भी काम किया जाएगा उसकी कीमत पर 10 फीसद पेनालटी शुल्क संस्था से वसूल किया जाएगा।