Move to Jagran APP

प्रभु भक्ति से बढ़ता वैराग्य

मैनपुरी : सीआरबी स्कूल में आयोजित निरंकारी सत्संग में संत राम भरत ने कहा कि प्रभु की भक्ति से मनुष्य

By Edited By: Published: Sun, 05 Jul 2015 07:00 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2015 07:00 PM (IST)
प्रभु भक्ति से बढ़ता वैराग्य

मैनपुरी : सीआरबी स्कूल में आयोजित निरंकारी सत्संग में संत राम भरत ने कहा कि प्रभु की भक्ति से मनुष्य में वैराग्य बढ़ता है। उसका सांसारिक माया-मोह समाप्त होने लगता है, वह सभी के प्रति मानवता का व्यवहार कर सभी से प्रेम करता है। प्रेम ही ईश्वर के प्रति सच्चा समर्पण है।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि प्रभु सुमिरन के लिए मन की एकाग्रता आवश्यक है। इसके बाद मन पूर्ण रूप से स्थिर होकर प्रभु के प्रति समर्पित हो जाता है। मनुष्य को ¨चता तब होती है जब उससे कोई दूर हो जाता है। जब वह माया से मुक्त हो जाता है, तो उसे किसी के आने-जाने का दुख नहीं होता है वह हर हाल में प्रभु के प्रति समर्पित रहता है। दूसरे को सुख देने से अपने को भी सुख मिलता है। कील जहाज के साथ जुड़ कर आसमान की ऊंचाइयां छूती है। जो प्रभु से जुड़ जाता है वही संत कहलाता है। संत शांति का पैगाम हर युग में देते आए हैं। गुरु के आदेश का पालन करना ही गुरु की सेवा करना है। सत्संग में सुमन, अनीता, सरोज, जूली, कुसुम, रेशमा आदि ने गीत व भजनों के माध्यम से गुरु व प्रभु का गुणगान किया। अंत में जिला प्रमुख पुष्पा कालरा ने आभार व्यक्त किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.