मालिक के नाम से जेल पहुंचा भट्ठा मजदूर
मैनपुरी: दलित के साथ मारपीट के मामले में चार साल से फरार चल रहे भट्ठा मालिक ने अपने स्थान पर अपने भट
मैनपुरी: दलित के साथ मारपीट के मामले में चार साल से फरार चल रहे भट्ठा मालिक ने अपने स्थान पर अपने भट्ठे के मजदूर को जेल भेज दिया। मामले का खुलासा हुआ, तो लोग हैरान रह गए। अदालत ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
घिरोर क्षेत्र के गांव नगला घना निवासी अमर सिंह ईंट भट्ठा मालिक हैं। उनके विरुद्ध दलित के साथ मारपीट का मामला स्पेशल जज एससी/एसटी कोर्ट में विचाराधीन है। अदालत में हाजिर न होने के कारण उनके विरुद्ध चार साल पहले वारंट जारी किया गया था, मगर पुलिस अमर सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश नहीं कर सकी। अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने इश्तहार चस्पा करने की कार्रवाई की। फिर कोर्ट ने आरोपी के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई करने का आदेश दिया। पुलिस के दबाव बनाने पर अमर सिंह ने अपने स्थान पर भट्ठे के मजदूर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया। सुनवाई के बाद अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर दी।
भट्ठा मजदूर की ओर से जमानत खारिज होने के बाद उच्च न्यायालय में जमानत अर्जी पेश की गई। क्षेत्र के लोगों को पता था कि अमर सिंह जेल में है। इसी बीच मंगलवार को अमर सिंह घूमता दिखाई दिया, तो उनके विपक्षी सतर्क हो गए। कोर्ट में जाकर जानकारी की, तो पता चला कि अमर सिंह की जमानत अर्जी निरस्त हो चुकी है और वह जेल में है। एक ही व्यक्ति का जेल और बाहर होना संभव नहीं था। नगला घना निवासी गणेश चंद ने अधिवक्ता सुरेश चंद्र यादव के माध्यम से बुधवार को अदालत में प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किया। जानकारी दी कि अमर सिंह के नाम से जिस को जेल भेजा है, वह असली अमर सिंह नहीं है।
उधर, अमर सिंह के नाम से जेल भेजे व्यक्ति का रिमांड भी बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां उससे पूछताछ हुई, तो उसने सच्चाई से पर्दा हटा दिया। उसने बताया कि वह बरनाहल क्षेत्र के गांव नगला मांधाता में रहता है। उसका नाम सोपाली है। वह अमर सिंह के भट्ठे पर मजदूरी करता था। अमर सिंह ने उसे चालाकी से अपने स्थान पर जेल भिजवा दिया। अदालत ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एसओ दिवाकर सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिल गई है। जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।