अपहृत शिक्षिका को खोजने में पुलिस नाकाम
मैनपुरी : दस दिन पहले रहस्यमय ढंग से अपहृत हुई शिक्षिका का पुलिस सोमवार को भी पता लगाने में सफल नहीं
मैनपुरी : दस दिन पहले रहस्यमय ढंग से अपहृत हुई शिक्षिका का पुलिस सोमवार को भी पता लगाने में सफल नहीं हो सकी। वहीं शिक्षिका की बरामदगी न हो पाने से परिजनों में आक्रोश बढ़ने लगा है। शिक्षिका की बरामदगी के लिए एसटीएफ को भी लगाया गया है।
यादव नगर निवासी प्राइवेट विद्यालय की शिक्षिका सुमन पुत्री कश्मीर सिंह 16 मई को घर लौटते समय रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए करहल चौराहे पर जाम लगाया था। बाद में शिक्षिका के पिता ने अपने ही घर में किराए पर रह रहे हरविलास, उनकी पत्नी और पुत्री व चौहान नगर निवासी अंकित यादव के विरुद्ध हत्या के इरादे से अपहरण करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।
मामले के खुलासे के लिए जुटी पुलिस ने तहकीकात की तो पता चला कि घटना वाले दिन शिक्षिका के मोबाइल से ही उसके पिता को धमकी भरा मैसेज भेजा गया था। हालांकि, फोन में फर्जी आइडी से हासिल की गई सिम का प्रयोग किया गया था।
चार दिन पूर्व परिजनों ने सैकड़ों लोगों के साथ करहल चौराहे पर जाम लगाकर शिक्षिका को तत्काल बरामद करने की मांग की। इस दौरान करीब 6 घंटे तक जाम लगाया गया। जाम के दौरान भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने पथराव भी किया। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। पथराव में डीएम सहित कई अधिकारी चोटिल हुए। उक्त भीड़ ने कई वाहनों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना को लेकर चार मामले कोतवाली में दर्ज कराए गए हें।
थाना कोतवाली प्रभारी आरएस द्विवेदी ने 20 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राणघातक हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, पथराव करने आदि के मामले दर्ज कराए हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उक्त उपद्रव में शिक्षिका के माता-पिता और अन्य संबंधी भी नामजद कराए गए हैं।
लंबे अरसे तक शिक्षिका का सुराग न लगने पर जिले की पुलिस ने एसटीएफ का सहारा लिया है। घटना को 10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस अथवा एसटीएफ छात्रा को बरामद करने में सफल नहीं हो सकी है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। पूरे मामले का खुलासा करते हुए शिक्षिका को बहुत जल्द बरामद कर लिया जाएगा।