मजहब नहीं देता एक-दूसरे के प्रति नफरत का संदेश
मैनपुरी : सबसे अधिक चेतना मनुष्य में होती है। इसीलिए उसे श्रेष्ठ प्राणी कहा गया है। जब व्यक्ति चेतना
मैनपुरी : सबसे अधिक चेतना मनुष्य में होती है। इसीलिए उसे श्रेष्ठ प्राणी कहा गया है। जब व्यक्ति चेतना के चरण पर पहुंचता है तो वहीं दूसरे व्यक्तियों को भली भांति पहचान सकता है। मानव की कद्र दौलत से नहीं, बल्कि अच्छे कार्यों से होती है। विश्व कल्याण के लिए कार्य करने वाले व्यक्ति महान होते हैं।
उक्त विचार जिलाधिकारी चंद्रपाल ¨सह ने गुरुवार को राष्ट्रीय एकीकरण गोष्ठी में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि धर्म शास्त्रों में दिखाएं गए मार्ग पर चलकर मानव को मानव की सेवा करनी चाहिए। किसी भी धर्म, मजहब में एक-दूसरे के प्रति घृणा करने का संदेश नहीं दिया गया है। बल्कि मजहब हमें प्रेम और भाईचारे के साथ सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि जगत की हर चीज बदलती है। जो नहीं बदलती है वहीं ईश्वर, अल्लाह हैं, वहीं चेतना है। लोगों को पहले स्वयं आचरण सुधारना होगा। अपने परिवार के सामने प्रस्तुत करके मुहल्ले के लोगों के लिए उदाहरण पेश करना होगा। तभी समाज का बेहतर निर्माण हो सकेगा।
मुख्य विकास अधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि एक बगीचे में तरह-तरह के फूल खिलते हैं ओर हर फूल की महक अलग होती है। लेकिन फूल आपस में कभी नहीं टकराते हैं। उसी प्रकार हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग आपस में मेलजोल से रहकर सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की मिसाल कायम किए हुए हैं। जो एक मजबूत राष्ट्र की आधार शिला है।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक स्वामीनाथ, डॉ. वीके गुप्ता, श्रीकृष्ण मिश्र, खुमान ¨सह वर्मा, शफी मंसूरी, उमर सिद्दीकी, नसीर वारसी, अशोक चिव, घनश्यामदा गुप्ता, मुजलम्मिल मिर्जा, जेके त्रिवेदी, विवेक वाजपेयी आदि मौजूद थे।