विपत्ति में मित्रों की करें सहायता: शास्त्री
मैनपुरी (करहल): क्षेत्र के ग्राम बाढ़ा नगला मदारी में सप्ताह भर तक आयोजित हुई श्रीमद् भागवत कथा का स
मैनपुरी (करहल): क्षेत्र के ग्राम बाढ़ा नगला मदारी में सप्ताह भर तक आयोजित हुई श्रीमद् भागवत कथा का समापन श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता की कथा व ब्रह्माभोज भंडारे के साथ हुआ।
कथा वाचक साध्वी सुनील शास्त्री ने कथा सुनाते हुए कहा कि द्वापर युग में ही योगी राज भगवान श्रीकृष्ण ने संदेश दे दिया था कि मित्र कैसा भी हो, उसकी विपत्ति के समय मदद करनी चाहिए। कृष्ण-सुदामा की मित्रता के बारे में कहा, सुदामा ब्राह्मण थे। जब वह कृष्ण से मिले तब कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा के पैर धो कर स्वागत किया। यहां पर हमें यह भी संदेश मिलता है कि ब्राह्माण का सदैव सम्मान करो। कृष्ण ने गायें चराई, वह गो माता से विशेष प्रेम करते थे। मालूम हुआ कि गाय का सम्मान व उसकी रक्षा करो। ऐसा करने वालों पर ईश्वर की विशेष कृपा रहती है। इस दौरान कथा वाचक शास्त्री ने राम चरित मानस की चौपाई सुनाई।
साध्वी ने यह भी कहा कि कभी भी मित्र से कपट नहीं करना चाहिए। सुदामा ने अपने सखा कृष्ण से कपट कर गुरु माता के द्वारा दिए हुए चने अकेले ही खाए थे। अंत में कहा कि भगवत शरण ईश्वर से मिलने का रास्ता है। इस रास्ते पर आप लोग धर्म व नेकी के फूल बिछाते रहिए, भव सागर पार कर जाओगे। इसके बाद आयोजित ब्रह्माभोज में अधिकारी व नेताओं सहित भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
इनमें मुख्य रूप से उपजिलाधिकारी विजय प्रताप, तहसीलदार सुरजीत सिंह, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष चंद्र यादव, पूर्व विधायक अनिल यादव, सेठ विजय यादव, पूर्व ब्लाक अरविंद यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख तुलसी राम यादव, अमर सिंह यादव, शिव शरन सिंह यादव, परीक्षत सरनाम सिंह यादव, पिंकू यादव, अरविंद, ब्रज वीर, विक्रम सिंह, अनार सिंह, विनोद सिंह, प्रमोद सिंह, रणजीत सिंह, श्रीमती सरला देवी, उदय प्रताप सिंह, राम प्रताप सिंह, प्रमोद सिंह आदि सम्मलित हुए।