फिर आने की इच्छा जता गए धर्मगुरु
मैनपुरी, भोगांव: धम्मपद पर दो दिवसीय विशेष प्रवचन के अंतिम दिन तिब्बती धर्मगुरु को सुनने के लिए श्रद
मैनपुरी, भोगांव: धम्मपद पर दो दिवसीय विशेष प्रवचन के अंतिम दिन तिब्बती धर्मगुरु को सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। सफल आयोजन से खुश दलाईलामा ने आयोजक संस्था यूथ बुद्धिस्ट सोसाइटी की जमकर सराहना की। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया।
दलाईलामा ने कहा कि आयोजन समिति ने विदेशी श्रद्धालुओं और मेहमानों के लिए शानदार व्यवस्थाएं कीं। उन्होंने यहां के मौसम और वातावरण को न केवल बेहतर बताया बल्कि भविष्य में यहां फिर आने की इच्छा जताई।
धर्मगुरु से मिलने रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे। उन्होंने संकिसा के रॉयल रेजीडेंसी होटल में मुलाकात की। उन्होंने दलाईलामा से संकिसा और आसपास के क्षेत्र में विकास के लिए हर संभव कदम उठाने का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद राज्यमंत्री आलोक शाक्य को संकिसा, जसराजपुर क्षेत्र के विकास के लिए कार्य योजना बनाकर अवगत कराने को कहा और वाइवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध को धार्मिक स्थान को विकसित करने का आश्वासन दिया। मुलाकात के दौरान कबीना मंत्री राजेंद्र चौधरी, भिक्षु संभधोग रिम्पोछे, कैलाश बौद्ध आदि मौजूद रहे।
प्रशस्ति पत्र देकर बढ़ाया मान
दो दिवसीय धम्म प्रवचन समारोह के समापन सत्र में दलाईलामा ने समिति के अध्यक्ष राज्यमंत्री आलोक शाक्य सहित अन्य कई का मान बढ़ाया। संयोजक सुरेश बौद्ध, अनुवादक कैलाश बौद्ध, वाइवीएस के महासचिव भंते उपनंद के अतिरिक्त दो दर्जन से अधिक लोगों को मंच पर बुलाकर प्रशस्ति पत्र भेंट किया और विशेष अंगवस्त्र पहनाकर उन्हें सम्मानित किया।
अधिकारियों में फोटो ख्िाचाने की होड़
अंतिम दिन धर्मगुरु के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के साथ वीआइपी की लाइन भी लगी रही। आशीर्वाद लेने के लिए कई महत्वपूर्ण लोग प्रयासरत रहे लेकिन उनकी निजी सुरक्षा गार्डो ने किसी को पास तक नहीं जाने दिया। मंच से उतरते वक्त दलाईलामा ने मैनपुरी के जिले के अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाई और उन्हें आशीर्वाद दिया।
दूसरे देशों में हुआ लाइव प्रसारण
जसराजपुर में दलाईलामा के कार्यक्रम को कई देशों में लाइव प्रसारित किया गया। ट्रस्ट के सूचना विभाग ने विशेष उपकरणों से लाइव प्रसारण की व्यवस्था की थी। तिब्बत की भाषा में दलाईलामा के विचारों को ट्रस्ट के तेन्जिन वांगडु ने लगातार अंग्रेजी भाषा में अनुवादित किया। ¨हदी के प्रसारण के लिए ट्रस्ट के अनुवादक कैलाश बौद्ध ने सहयोग किया।
विदेशी श्रद्धालु गंतव्य को रवाना
कार्यक्रम समाप्ति के बाद दलाईलामा के जाते ही विदेशी श्रद्धालुओं ने भी अपने वाहनों से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान किया। वहीं टैक्सी न मिलने से काफी देर तक कुछ श्रद्धालुओं को इंतजार भी करना पड़ा। कई तो पैदल ही संकिसा की ओर चल दिए।
गृह और विदेश मंत्रालय के अधिकारी सक्रिय
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने बेहद संजीदगी बरती। कार्यक्रम के बाद धर्मगुरु को सकुशल निकालने के लिए ट्रस्ट के सुरक्षा अधिकारियों के साथ-साथ गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय के अफसर लगातार स्थानीय पुलिस अधिकारियों के संपर्क में रहे।
स्वास्थ्य शिविर में एक हजार की जांच
जसराजपुर में वाइवीएस द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए श्रद्धालुओं के लिए लगवाए गए शिविर में एक हजार श्रद्धालुओं ने स्वास्थ्य की जांच कराई। दो दिनों में अमेरिकी डॉक्टर व स्थानीय संकिसा आरोग्य धाम के शिविर में 1000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने विभिन्न रोगों के निदान के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लिया और उन्हें नि:शुल्क दवाएं दी गईं।
दलाईलामा को दिया बोधि वृक्ष
वाइवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध, महासचिव भंते उपनंद ने धर्मगुरु को बोध गया बिहार से मंगाया गया विशेष बोधि वृक्ष समर्पित किया। दलाईलामा ने इस वृक्ष को बाद में वाइवीएस सेंटर पर रोपने के लिए आयोजकों के हाथों में थमा दिया।