विधवा की हत्या के बाद बच्चों की परवरिश का संकट
मैनपुरी, बेवर : थाना क्षेत्र के गांव जिलही में विधवा महिला शशिदेवी की हत्या करने के बाद उसके चार बच्
मैनपुरी, बेवर : थाना क्षेत्र के गांव जिलही में विधवा महिला शशिदेवी की हत्या करने के बाद उसके चार बच्चों की परवरिश का संकट खड़ा हो गया है। बच्चों का पालन-पोषण करने वाला परिवार में कोई नहीं हैं। ऐसे में उनके भविष्य पर सवाल खडे़ हो गए हैं।
तीन दिन पहले जिलही गांव निवासी विधवा शशि देवी का शव मिला था। शशि देवी की हत्या उसके ही प्रेमी ने की थी। अब शशि देवी की हत्या के बाद उसके चार बच्चों पर परवरिश का संकट खड़ा हो गया है। शशि देवी की पुत्री कीर्ति की उम्र महज 13 साल है। जबकि भारती की दस साल, ज्योति की उम्र अभी चार साल ही है। एक मात्र भाई हिमांशु की उम्र भी अभी महज सात साल ही है। पहले पिता की मौत हो गई और मां की हत्या हो गई। ऐसे में इन बच्चों के सामने परवरिश का संकट खड़ा हो गया है। खास बात ये है कि अभी तक किसी भी समाजसेवी या राजनीतिक व्यक्ति ने इन बच्चों की सुधि नहीं ली। लोहिया गांव के रूप में चयनित जिलही की महिला ग्राम प्रधान सुधादेवी व अन्य गांव वासियों का कहना है कि पिता की मौत और मां की हत्या के बाद बच्चे निराश्रित हो गए हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पीड़ित बच्चों की सहायता कराए जाने की मांग की है।