..और वो मर गया!
मैनपुरी : मामूली से बुखार ने छह माह के नवजात की जिंदगी छीन ली। बेबस मां, अस्पताल में चिकित्सकों से इ
मैनपुरी : मामूली से बुखार ने छह माह के नवजात की जिंदगी छीन ली। बेबस मां, अस्पताल में चिकित्सकों से इलाज की गुहार लगाती रही, मगर चिकित्सक ड्रिप लगाकर बेसुध हो गए और समय पर सही उपचार न मिलने से मासूम बालक की मौत हो गई।
थाना कोतवाली क्षेत्र के नगला रते निवासी राजेश के छह माह के पुत्र आयुश को बुखार आया। इलाज के लिए परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। शुक्रवार को दीपावली का अवकाश होने के कारण अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं थे। इमरजेंसी में तैनात चिकित्सकों ने बुखार में ही बच्चे को ड्रिप लगा दी।
मां को उम्मीद थी कि उसका बेटा जल्द ही ठीक हो जाएगा। मगर, बच्चे की मौत हो गई। बेबस मां चिकित्सकों ने इलाज की गुहार लगाती रही लेकिन इमरजेंसी में तैनात चिकित्सकों ने अनसुना कर दिया। कलेजे के टुकडे़ की मौत ने मां को झकझोर कर रख दिया।
इस दर्द से तो वो दर्द ही बेहतर है
जिला अस्पताल में इलाज कराना जान हथेली पर रखने के समान है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में बीमार मरीज इलाज की उम्मीद से अस्पताल पहुंचे। मगर, उन्हें चिकित्सक तो दूर, कंपाउंडर भी नसीब नहीं हुआ। अधिकांश मरीज तो ऐसे थे जिन्हें उनके परिजन ही ड्रिप लगा रहे थे। इलाज के लिए यहां घंटों चिकित्सकों का इंतजार करना पड़ रहा था।