स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान निंदनीय
मैनपुरी: बसपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के गौरी-गणेश पूजन पर दिए गए बयान को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया हुई है। उन्होंने शादी विवाह में गौरी-गणेश का पूजन न करने को कहा है। उनके इस बयान पर लोगों का कहना है कि ये बयान बेहद निंदनीय है।
बसपा नेता के बयान पर व्यापारी नेता सुरेश चंद्र बंसल ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि गाय के गोबर को शुद्ध माना गया है। इसकी अवहेलना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। बसपा नेता का यह बयान गलत है।
वैद्य संजीव मिश्र ने कहा है कि बसपा नेता का बयान सनातन धर्म को खंडित करने की साजिश है। सनातन धर्म में गोबर को जो स्थान दिया गया है। उसकी तुलना नहीं की जा सकती है। किसी को भी इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।
ज्योतिषाचार्य इंद्रपाल त्रिपाठी का कहना है कि गोबर में लक्ष्मी का वास होता है। गाय को हम माता के रूप में पूजते हैं। यदि बसपा नेता ने वेद पढ़े होंगे तो उन्हें इसकी जानकारी होगी। कोई भी इस तरह का प्रलाप करे, उसका उत्तर देना उचित ही नहीं है।
ज्योतिषाचार्य आशुतोष मुखर्जी ने कहा है कि बसपा का चुनाव चिन्ह ही हाथी है। उसके बाद भी वह भगवान गणेश की अवहेलना कर रहे हैं। गौरी और गणेश माता-पुत्र हैं। जो व्यक्ति माता और बेटे का सम्मान नहीं कर सकता है, वह देश का क्या भला कर सकता है।
व्यापारी आशीष चतुर्वेदी का कहना है कि बसपा नेता का बयान बेहद निंदनीय है। जिस गाय को सनातन धर्म में माता का दर्जा दिया गया है, उनके गोबर के बारे में ऐसी टिप्पणी ओछी मानसिकता का परिचायक है।