रोजगार छतरी योजना की नहीं खुली 'छतरी'
मैनपुरी : अधिकाधिक रोजगार सृजन के लिए शुरू की गई शासन की 'रोजगार छतरी योजना' की छतरी जनपद में खुल ही नहीं पाई। नगर निकायों द्वारा योजना के क्रियान्वयन में रूचि न दिखाए जाने से नाराज होकर शासन ने रिमाइंडर भेजकर जवाब तलब किया है।
रोजगार छतरी योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी शासन ने सभी नगर निकायों को सौंपी थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य था कि अपने-अपने क्षेत्रों में स्व रोजगार के अवसर को बढ़ावा दिया जाए। पहले से संचालित स्लाटर हाउस, मीट की दुकानों के अलावा रेहड़ी और हथठेले वालों को और भी ज्यादा बेहतर तरीकों की जानकारी दिया जाना था। उन्हें यह बताया जाना था कि वे अपने काम को और भी ज्यादा अच्छे ढंग से कैसे करें और किस प्रकार ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकें। साथ ही यह भी व्यवस्था कराई जानी थी कि नए लोग भी इस योजना के तहत अपने रोजगार शुरू करें।
निर्देश दिए गए थे कि इस योजना का सभी नगर निकायों द्वारा विधिवत प्रचार-प्रसार कराया जाए। विभिन्न दुकानों का आवंटन एवं अन्य स्वच्छता पूर्ण कार्यक्रमों के जरिए भी रोजगार मुहैया कराए जाएं। किसी भी निकाय ने इस योजना का प्रचार-प्रसार नहीं कराया, जिससे योजना अपने अंजाम तक पहुंची ही नहीं।
योजना में कार्य की प्रगति का शासन ने निकायों से जवाब मांगा है। शासन के संयुक्त निदेशक अविनाश कृष्ण सिंह ने सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों एवं अध्यक्षों को पत्र भेजकर जवाब मांगा है कि अब तक इस योजना के तहत निकायों में क्या विशेष कार्य कराए गए हैं। शासन ने इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया है।
'योजना से संबंधित शासनादेश का विधिवत अध्ययन करने के बाद ही योजना को अमली जामा पहनाया जा सकेगा। जो भी शासनादेश में निर्देश होंगे, उनके अनुसार ही काम किए जाएंगे।'
अनुज कौशिक, ईओ, नगर पालिका परिषद, मैनपुरी।