खंभे पर चढ़े लाइनमैन की करंट से मौत, जाम
मैनपुरी (भोगांव): विद्युत विभाग की लापरवाही ने एक प्राइवेट लाइनमैन की जान ले ली। शटडाउन लेने के बाद लाइन जोड़ने के लिए पोल पर चढ़े लाइनमैन की अचानक करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ काफी देर तक शव को खंभे से उतारने नहीं दिया। बाद में मुआवजा और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जीटी रोड पर गांव छाछा में शव रख जाम लगा दिया।
थाना क्षेत्र के गांव बनहार निवासी नेत्रपाल सिंह 38 वर्ष पुत्र दरबारीलाल प्राइवेट तौर पर बिजली विभाग में लाइनमैन का कार्य करता था। भोगांव सबस्टेशन से आलीपुरखेड़ा की ओर जाने वाले फीडर पर ग्राम बनहार और नगला शीश के बीच तार टूटे होने की सूचना पर शुक्रवार शाम लगभग 5 बजे नेत्रपाल ने बिजली घर से शटडाउन लेकर पोल पर चढ़ कर तार दुरुस्त करने लगा। उसी समय तारों में करंट प्रवाहित होने लगा और उसकी चपेट में आकर मौत हो गई। नेत्रपाल को तारों से चिपक कर जलता देख आसपास के ग्रामीणों ने उसके परिजनों को सूचना दी। तारों में करंट प्रवाहित होने के चलते कोई भी उसके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को खंभे से नीचे उतारने का प्रयास किया लेकिन परिजनों ने एक न मानी। परिजनों ने बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए। विभागीय अधिकारियों के न पहुंचने से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने शव को उतारकर छाछा में जीटी रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। कुछ देर बाद एसडीएम विमल अग्रवाल, सीओ रामानंद कुशवाहा, थाना प्रभारी पीएस यादव ने मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। मुआवजे की मांग और जिम्मेदार कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर ग्रामीण डटे हुए थे।