ग्राम प्रधान को ले डूबी मनरेगा की धांधली
मैनपुरी : मनरेगा में धांधली का मामला आखिरकार टिमरिख की प्रधान को महंगा पड़ गया। लगभग साढ़े तीन वर्ष से जांच दर जांच के बाद जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय में उलझी धांधली की फाइल को जिलाधिकारी ने मंगाकर ग्राम प्रधान नीलम को बर्खास्त कर दिया है।
ग्राम पंचायत टिमरिख निवासी अखिलेश यादव, धर्मेद्र कुमार, सर्वेश कुमार कठेरिया, वीरकुमार आदि ने लगभग साढ़े तीन वर्ष पहले ग्राम प्रधान की शिकायत मनरेगा प्रकोष्ठ में की थी। जिसकी जांच जिला पंचायतराज अधिकारी को सौंपी गई थी। जांच के दौरान मनरेगा के जॉब कार्ड ग्राम पंचायत से बाहर के लोगों के पाए गए थे। जिनके नाम से बैंक से धनराशि भी निकाली गई थी। लेकिन जांच में लापरवाही के कारण ग्राम प्रधान पर कार्रवाई नहीं हो सकी।
जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल जांच कराने के बाद ग्राम प्रधान को बर्खास्त कर दिया है। जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय में ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत अधिकारियों के खिलाफ कई एक जांचे लंबित पड़ी हैं। जिन्हें निपटाने में रुचि नहीं ली जा रही है। कुछ जांचें ऐसी हैं जो कार्यालय में ही निपटाई जा रही हैं।