झोपड़ी में लगी आग, बाल-बाल बचा किसान
संवाद सहयोगी, (महोबा) कबरई: खेत में झोपड़ी डालकर सो रहे किसान झोपड़ी में देर रात आग लग गई। आग से झोपड़
संवाद सहयोगी, (महोबा) कबरई: खेत में झोपड़ी डालकर सो रहे किसान झोपड़ी में देर रात आग लग गई। आग से झोपड़ी के अंदर बंधी छह बकरी ¨जदा जल गईं। किसान के कपड़े और अन्य सामान स्वाहा हो गया। किसान की नींद खुल जाने से तीन बकरी और उसकी स्वयं की जान बच गई।
कबरई में राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास में मुनी रैकवार के खेत में बटाईदार सत्यगोपाल प्रजापति अपनी पत्नी चन्दन के साथ फसल काटने के लिए खेत में रह रहा था। रात में अपनी झोपड़ी में नौ बकरियां बांध कर दंपती सो गए। करीब आधी रात में आग की तपन से जब उनकी नींद खुली तो झोपड़ी में आग फैल चुकी थी। दोनों ने बकरियों को जल्दी जल्दी खोलकर बाहर करने की कोशिश की। जिसमें चन्दन भी बुरी तरह झुलस गई। तीन बकरियों को किसी तरह आग से बचा लिया गया। छह बकरियां जिन्दा जलकर राख हो गईं। बकरियां जल जाने से गरीब दंपती का करीब 30000 का नुकसान हो गया। वहीं उनकी रोजी रोटी का जुगाड़ बकरियों के जल जाने से छिन गया है। सत्यपाल ने थाने में सूचना देकर मौके की जांच करा कर मुआवजा दिलाने की मांग की है।