पलक झपकते ही जल में विलीन हो गईं चार ¨जदगियां
महराजगंज: नियति का खेल बड़ा निराला होता है । कब किसके साथ कौन सा खेल खेल दें यह तो ऊपर
महराजगंज: नियति का खेल बड़ा निराला होता है । कब किसके साथ कौन सा खेल खेल दें यह तो ऊपर वाले के हाथ में है। कुछ ऐसा ही रविवार की दोपहर चार किशोर ¨जदगियों के साथ हुआ। हुआ यूं कि रविवार की छुट्टी होने के नाते चारों बच्चे मौज मस्ती करते हुए एक साथ गांव के बाहर स्थित तालाब में नहाने चले गए। नियति के इस मर्जी से गांव में कोहराम मचा हुआ था। जिधर देखों उधर चित्कारे गूंज रही थी। मृत किशोरों के माताएं व बहने छाती पीट पीट कर रो रही थी। सबसे बुरा हाल तो उस मां का था। जिसके आंगन की तीन किलकारियां जल में समाहित हो गईं। वह रह रह कर अचेता अवस्था में आ जा रही थी। मानों ऐसा लग रहा था कि जैसे बच्चों के वियोग में वह अपनी प्राण त्याग देगी। हलांकि मौके पर उपस्थित महिलाएं उसे बार बार ढांढस बधाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन उसके आंखों से अश्रुधारा बह रही थी।