उन्नाव रेल ट्रैक से साक्ष्य जुटाए, आनंदनगर में मालगाड़ी पटरी से उतरी
पूर्वोत्तर रेलवे के आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर दोपहर मालगाड़ी में इंजन जोड़ते समय एक बोगी पटरी से उतर गई।
महराजगंज (जेएनएन)। आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को मालगाड़ी में इंजन जोड़ते समय एक बोगी पटरी से उतर गई। दो घंटे के प्रयास के बाद पुन: मालगाड़ी की बोगी को ट्रैक पर लाया गया। इसके बाद बोगी गोंडा के लिए रवाना हुई।
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दरअसल ब्राडगेज में परिवर्तन के बाद स्थानीय रेलवे स्टेशन पर दिल्ली, मुंबई, लखनऊ सहित अन्य स्थानों के लिए कई रेल गाडिय़ां चल रही हैं। गुरुवार की सुबह 11.20 बजे आनंदनगर रेलवे स्टेशन के ट्रैक संख्या पांच पर शंटिंग के दौरान गोरखपुर से गोंडा जाने वाली मालगाड़ी की एक बोगी पटरी से उतर गई। बाद में रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों के प्रयास के बाद पटरी से उतरी बोगी को वापस ट्रैक पर लाया गया। इस बावत रेलवे स्टेशन अधीक्षक गुरफान अहमद खान ने बताया कि गोंडा ले जाने के लिए मालगाड़ी में इंजन जोड़ा जा रहा था। इसी दौरान झटके के कारण एक बोगी उतर गई।
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उखड़ी पटरी से जुटाए साक्ष्य
पुखरायां और रूरा रेल हादसे के बाद कानपुर-लखनऊ रूट पर कानपुर गंगा पुल के पास मालगाड़ी के डीरेलमेंट मामले में रेलवे गंभीर है। मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच पांच सदस्यीय टीम कर रही है। टास्क टीम के सदस्यों ने क्षतिग्रस्त ट्रैक और वैगन का निरीक्षण किया। तहस-नहस हो चुके वील्स को भी अपनी जांच में शामिल किया। आरपीएफ स्टाफ से टीम के सदस्यों ने बातचीत की। इसके बाद वह कुछ साक्ष्य जुटा लौट गए।कानपुर-लखनऊ रूट (डाउन) पर 12 जनवरी की शाम 24 वैगन की मालगाड़ी सरैंया रेलवे क्राङ्क्षसग से कुछ दूरी पर पलट गई थी। 10 वैगन, 105 मीटर की ओएचई और ट्रैक तहस-नहस हो गए थे। रेल यातायात तीन दिन तक प्रभावित रहा। रात और दिन करके रेलवे के अधिकारियों ने 54 घंटे बाद यातायात को बहाल किया था। रेलवे के सरंक्षा अधिकारियों की निगरानी में घटना को लेकर जांच जारी है। मैकेनिकल, इंजीनियङ्क्षरग विभाग सहित पांच विभाग के एक्सपर्ट टीम का हिस्सा है। उधर, दिल्ली मुख्यालय भी अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए हैं। आरपीएफ सूत्रों का कहना है कि रेलवे मुख्यालय की टीम ने ट्रैक का निरीक्षण किया है। खंती में पलटे पड़े वैगन के पास पहुंचकर उन्होंने कार्यरत कर्मचारियों से जानकारी ली। जांच के मसले को लेकर अपर मंडल रेल प्रबंधक एके साप्रा ने बताया कि जापान से टीम जरूर आई थी जिसने तीन रेलवे क्राङ्क्षसग का निरीक्षण किया है। दिल्ली की टीम की जानकारी नहीं है।