Move to Jagran APP

अप्रशिक्षित चिकित्सकों से पटा तहसील क्षेत्र

कैचवर्ड: मनमानी जागरण संवाददाता, निचलौल, महराजगंज: भोले-भाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Aug 2017 06:09 PM (IST)Updated: Wed, 09 Aug 2017 06:09 PM (IST)
अप्रशिक्षित चिकित्सकों से पटा तहसील क्षेत्र
अप्रशिक्षित चिकित्सकों से पटा तहसील क्षेत्र

कैचवर्ड: मनमानी

loksabha election banner

जागरण संवाददाता, निचलौल, महराजगंज: भोले-भाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अप्रशिक्षित व झोलाछाप डाक्टरों को प्रशासन के कार्रवाई का कोई खौफ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की डिस्पेंसरी संचालकों व नीम हकीमों से साठगांठ होने के कारण झोलाछाप डाक्टर धड़ल्ले से अपना अवैध कारोबार चला रहे हैं । स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का फायदा उठाने वाले नीम हकीम डाक्टर कस्बों व गांवों में हर जगह देखे जा सकते हैं और वे इतनी गहरी पैठ बना लिये हैं कि छोटे से लेकर बड़ी बीमारियों का इलाज अपनी डिस्पेंसरी में ही शुरू कर देते हैं। यदि कोई केस खराब हो गया तो उसे वह आनन-फानन में अपने यहां से हटा देते हैं। बिना किसी चिकित्सकीय डिग्री व पंजीयन तथा बिना अनुभव के ही सभी बीमारियों का शर्तिया इलाज का दावा कर आम जन का आर्थिक शोषण करने वाले इन नीम हकीमों पर प्रशासन का डंडा काफी धीमे चलता है। उपनगर में पांच जुलाई 2012 तथा दूसरी बार वर्ष 2016 में डिप्टी सीएमओ. सहित स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने पांच स्थानों पर छापेमारी की थी। उनमें से सभी की डिस्पेंसरी व पैथालाजी को सील कर दिया गया था, लेकिन कुछ दिन बाद ही लगभग सभी डिस्पेंसरी पुन : संचालित हो रही हैं। बताया जा रहा है कि ऐसा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की साठ-गांठ के कारण हो रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी रमेश चंद्र शर्मा का कहना है कि झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ समय-समय पर छापेमारी अभियान चलाया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.