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428 परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर

महराजगंज। हरपुर तिवारी ग्राम सभा की भोली, मालती, रूमा, राधा, छोटी, असरफी, पकड़ी दीक्षित ग्राम सभा की

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jun 2017 10:59 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jun 2017 10:59 PM (IST)
428 परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर

महराजगंज। हरपुर तिवारी ग्राम सभा की भोली, मालती, रूमा, राधा, छोटी, असरफी, पकड़ी दीक्षित ग्राम सभा की सोमारी, इसरावती, परतावल की सावित्री और तारा परिवार के साथ खुले आसमान तले रहने को मजबूर हैं। लोहिया आवास योजना में इन महिलाओं को पहली किश्त के रूप में एक लाख 38 हजार रुपये मिले तो इन लोगों ने घर बनाने की शुरुआत तो कर दी लेकिन दूसरी कश्त के रूप में एक लाख 37 हजार रुपये न मिलने के कारण इन लोगों का घर पूरा नहीं हो पा रहा है। यह तो बानगी मात्र है। जिले में 428 ऐसे गरीब परिवार हैं जो दूसरी किश्त की राह देख रहे हैं और खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। मानसून के दस्तक देने से इनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है। पक्के मकान की आस में एक साल पहले जिले के 963 गरीबों ने अपनी झोपड़ी उजाड़ दी थी। जिले के 963 गरीबों की उम्मीदें तब परवान चढ़ने लगीं जब लोहिया आवास योजना के तहत पहली किश्त के रूप में परियोजना निदेशक ऋषि मुनि उपाध्याय ने प्रत्येक गरीब को एक लाख 37 हजार 500 रुपये खाते में भेजे। इस धन से गरीबों ने दीवार खड़ी कर ली पर दूसरी किश्त न मिलने से छत लगने की उम्मीदों पर पानी फिरने लगा। शासन ने दूसरी किश्त 435 लोगों के खाते में भेज दी और इन गरीबों की उम्मीदें परवान चढ़ गई तथा छत लगने से पक्के मकान में रहने का सपना साकार हो गया। हालांकि अभी भी जिले में 428 गरीब हैं जो लोहिया आवास योजना में दूसरी किश्त न मिलने के कारण खुले आसमान तले रहने को मजबूर हैं। इनमें से सौ से अधिक लोगों को बरामदा भी नसीब नहीं हुआ और जैसे-तैसे दिन काट रहे हैं।

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लोहिया आवास योजना के तहत सपा शासन में 963 गरीबों का चयन किया गया था। इसमें से 435 गरीबों को दूसरी किश्त दे दी गई है। इन सभी की छत लग गई है। शेष बचे 428 गरीबों को धन उपलब्ध कराने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। शासन से धन मिलते ही शेष बचे 428 गरीब परिवारों के खाते में धन भेज दिया जाएगा।

- ऋषि मुनि उपाध्याय, परियोजना निदेशक

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