सरहद से हो रही नशीली दवाओं की तस्करी, जिम्मेदार मौन
महराजगंज: सरहदी क्षेत्र नौतनवा के रास्ते इन दिनों भारी मात्रा में नशीली दवाओं की तस्करी हो रही है। स
महराजगंज: सरहदी क्षेत्र नौतनवा के रास्ते इन दिनों भारी मात्रा में नशीली दवाओं की तस्करी हो रही है। सीमा से सटे सोनौली कस्बे में करीब दो दर्जन से अधिक अवैध मेडिकल स्टोर संचालित हैं। जिनकी कमाई का जरिया केवल प्रतिबंधित दवाएं ही हैं। नशीली दवाओं के आदी नेपाली एवं नगर के युवाओं को सुबह से लेकर शाम तक मेडिकल स्टोरों पर मंडराते देखा जा सकता है। कुछ लोग नशीली दवाओं की बढ़ती मांग को देखकर इसे बेहतर कमाई का जरिया मानकर कोरेक्स तथा फेंसाडील जैसी दवाओं को कोक की बोतल एवं गैलन में भरकर सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर आसानी से सरहद पार कर रहे हैं। आए दिन पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों द्वारा नशीली दवाओं के कारोबारी गिरफ्त में आते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है ,लेकिन कम पूंजी में मोटी रकम मिल जाने के कारण पुन: कारोबारी इस काले धंधे से जुड़ जाते हैं। तस्कर पहले कोरेक्स व फेंसाडील की शीशियों के सील तोड़कर उसे कोक की बोतल अथवा गैलन में भर कर आसानी से नेपाल पहुंचा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इससे संबंधित विभाग के आला अधिकारियों एवं सीमा पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को इस बात की जानकारी नहीं है। विभागीय अधिकारी यहां कभी-कभार पहुंचते तो हैं, लेकिन बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोरों पर कारवाई करने की बजाय मोटी रकम वसूल वहां से चले जाते हैं। जिससे कारोबारियों का मनोबल काफी बढ़ गया है और वह बिना रोक-टोक के प्रतिबंधित दवाओं को कैरियर के माध्यम से सरहद पार करा रहे हैं। नौतनवा कस्बे में प्रतिदिन चल रहे इस खेल को देख कर सब हैरान हैं। कई बार तो नेपाली युवा नशीली दवाओं का सेवन कर सड़क के किनारे गिरे पड़े मिलते हैं, जिन्हें स्थानीय पुलिस सूचना पर थाने उठाकर ले जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रामकृष्ण तिवारी का कहना है कि यदि सरहद पर संचालित सभी मेडिकल स्टोरों की जांच कराई जाएगी। लाइसेंस न मिलने पर दवा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।