व्यापारियों के हित में हो बजट, कर में मिले छूट
महराजगंज: केंद्र सरकार एक फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। इस बजट में पहली बार रेल मंत्रालय के आय-व्
महराजगंज: केंद्र सरकार एक फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। इस बजट में पहली बार रेल मंत्रालय के आय-व्यय और कामकाज को भी शामिल किया जाएगा। बजट कैसा होगा, इसे लेकर अभी से चर्चा शुरू हो गई है। जागरण टीम ने इस संबंध में व्यापारियों व उद्यमियों से बात की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश
व्यापारी दीपक कुमार ने कहा कि बजट हर उद्यमी के हित में होना चाहिए। कई बार एक्साइज ड्यूटी नहीं लगनी चाहिए। क्योंकि पहले से ही उद्यमियों व व्यापारियों को कई तरह के कर देने पड़ रहे हैँ।
राइस मिलर्स राजेंद्र पटेल ने कहा कि पहले ही आयकर, उत्पाद कर लादा गया है। ऐसे में एक्साइज ड्यूटी बढ़ने पर धंधे पर असर पड़ेगा। क्योंकि नोटबंदी के कारण बाजार अभी भी मंदी से उबर नहीं पाया है।
व्यापारी राजेश मद्धेशिया ने कहा कि बजट सर्वहितकारी होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योग लगाए जाएं और छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जाए।
व्यापारी राम प्रीत गुप्ता ने कहा कि कच्चे माल पर कर न लगाया जाए। उत्पादन पर शुल्क न लगाया जाए और आयकर में छूट सीमा बढ़ाई जाए।
व्यापारी राजू ने कहा कि तराई के इस अति पिछड़े जिले में कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाए जिससे वे आसानी से उद्योग लगा सकें। अधिकांश ऐसे व्यापारी हैं जो धनाभाव में उद्योग नहीं लगा पार रहे हैं। इनके लिए भी बजट में व्यवस्था की जाए।
व्यापारी फूलचंद्र अग्रवाल ने कहा कि उत्पादित सामान के लिए व्यापार उपलब्ध कराने हेतु बाजार की व्यवस्था कराई जाए। तराई के इस जिले में मंडी तक नहीं है। इससे दिक्कत बढ़ गई है और व्यापारी वर्ग निराश होता जा रहा है। क्योंकि बाजार न होने से उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।