अस्तित्व के लिए जूझ रहा पोखरा
जागरण संवाददाता, महराजगंज: मिठौरा विकास खंड के ग्राम सभा चौक बाजार में स्थित पोखरा अस्तित्व के लिए ज
जागरण संवाददाता, महराजगंज: मिठौरा विकास खंड के ग्राम सभा चौक बाजार में स्थित पोखरा अस्तित्व के लिए जूझ रहा है। पोखरा के चारों तरफ अतिक्रमण कर झुग्गी झोपड़ी व मकान बन गए हैं, जबकि बचे बीच के हिस्से में जलकुंभी उग गई है। गांव के बीचो बीच स्थित इस पोखरे पर अतिक्रमण के कारण इसका क्षेत्रफल ¨सकुड़ता जा रहा है। बावजूद जिम्मेदारों की नजर इधर नहीं पड़ रही है। यूं तो पहले कभी यह पोखरा जल स्त्रोत का साधन हुआ करता था। लेकिन जागरूकता के अभाव में धीरे धीरे आस पास के लोगों ने इसमें कूड़ा करकट फेंकना शुरू कर दिया। जिससे पोखरा गंदगी के कारण अपना वजूद खोता गया। पोखरे में बड़े बड़े जलकुंभी उग आए हैं। जिसके कारण इधर मनुष्य को कौन कहे, पशु पक्षी भी उधर जाने से कतराने लगे। स्थानीय नागरिक संदीप राजभर ने कहा कि प्रशासन जागरूक होता, तो पोखरी पर कब्जा नहीं हो पाता और न ही इस पर कोई मकान बनवा पाता। लेकिन प्रशासन खुद लापरवाह है। अनवर अली ने कहा कि प्राचीन समय में तालाब गांवों की प्यास बुझाते थे, उन्ही से ¨सचाई का पानी मिलता था। लेकिन आज गिने चुने तालाब देखने को मिलते हैं। इसका प्रमुख कारण उनके प्रति उदासीनता व जागरूकता की कमी है। रमेश यादव, उमेश यादव, गयासुद्दीन, मिट्ठू, मनौव्वर अली, राकेश राव, मनीष पटेल, सोनू यादव, दीपक, मंगरू, पप्पू, क्यामुद्दीन आदि ने पोखरे से अतिक्रमण हटाते हुए सफाई कराने की मांग की।
-------------------------------------------------------------------------------------नाली व तालाब पर कब्जा कर बना लिया मकान
महराजगंज: सदर तहसील के ग्राम परतावल बिरैचा नाली, तालाब पर कब्जा कर आशियाना खड़ा हो गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी के बाद शिकायती पत्र पहुंच चुका है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। शिकायतकर्ता बागेश कुमार, रामगोपाल, तेज प्रताप, रामेश्वर, पारस, जगदीश, कृष्ण मुरारी, मोहर, बलिराम, रामकुमार, परमेश्वर, मनीष आदि का आरोप है कि उनके मकान के पीछे जलनिकासी का नंबर है। जिसमें बरसाती एवं अन्य प्रकार की जल निकासी का काम होता है। गांव के ही इम्तजा व स्थानीय थाने की पुलिस की मदद से पक्का निर्माण करा रहे हैं। इसे रोकने के लिए तहरीर भी दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे अतिक्रमणकारी जनरेटर लगाकर दिन रात पक्का निर्माण कार्य करवा रहे हैं। जिससे आमजन की जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इसे तत्काल प्रभाव से रोकते हुए आयवश्यक कार्यवाही की जाए।