मौसम का यू टर्न, सर्द हवाओं ने कराया ठंड का अहसास
महराजगंज : रविवार को तीसरे पहर मौसम ने यू टर्न लिया। आसमान बादलों से आच्छादित हो गया। सरसराती सर्द ह
महराजगंज : रविवार को तीसरे पहर मौसम ने यू टर्न लिया। आसमान बादलों से आच्छादित हो गया। सरसराती सर्द हवाओं ने ठंड का अहसास कराया और रही-सही कसर वर्षा ने पूरी कर दी । लोग कांप उठे और घरों में दुबक गए। आज की सुबह सुहानी रही। भगवान भाष्कर भी नौ बजते-बजते रौ में आ गए। सूर्य की किरणें गुलाबी मौसम का अहसास कराने लगी। आधे माघे कंबल कांधे का अहसास लोगों को हुआ। मौनी अमावस्या पर पवित्र नदियों में डुबकी लगाने का उत्साह हिलोरें लेने लगा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु तीरथराज प्रयाग में संगम पर स्नात के लिए चल दिए। दिन में करीब तीन बजे अचानक मौसम ने यू टर्न लिया। हवांए तेज हो गयीं और महज एक घंटे के भीतर ही आसमान बादलों से आच्छादित हो गया। सर्द हवाएं तेज हो गयीं और फुहारें पड़ने लगीं। फुहारें पड़ते ही लोग घरों की ओर भागे और महज आधे घंटे में ही सड़कों पर सन्नाटा पसर गया और लोग घरों में दुबक गए। हालांकि अंधेरा घिरने के साथ ही फुहारें तो बंद हो गयीं पर बर्फीली हवाएं तेज हो गयीं जो शरीर में बर्छी की तरह चुभने लगी। फुहार पड़ने से किसानों के चेहरे थोड़ी देर के लिए खिल गए। उम्मीद जगी कि इस बार आसमान से सोना बरसेगा पर उनकी उम्मीदों पर इंद्रदेव ने पानी फेर दिया। फुहारें पड़नी बंद हो गयीं और उम्मीद की किरण परवान नहीं चढ़ पायी और वे इस बात को लेकर ¨चताओं से घिर गए कि पत्थर न पड़े। क्योंकि इस मौसम में बारिश के साथ ओले पड़ने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में अगर ओले पड़े तो नुकसान ज्यादा होगा लाभ कम। फिलहाल रात सवा आठ बजे तक वर्षा तो बंदं हो गयी पर बादल छंटे नहीं। इससे मौसम के और सर्द होने की संभावना बनी हुई है। ठंड बढ़ने के बाद भी प्रशासन ने शहर व कस्बों में अलाव की व्यवस्था नहीं करायी। लोगों ने टायर व रद्दी जलाकर शरीर को गरम करने की कोशिश में देर रात जुटे रहे। कुछ ने कोयले का सहारा लिया तो अधिकांश ने ब्लोवर के बल पर कमरे को गरम किया।