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.गांव-गांव में बंट रहा मौत का पैगाम

महराजगंज:पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी गांव गांव में मौत का पैगाम बांट रहे है।

By Edited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 11:27 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2015 11:27 PM (IST)
.गांव-गांव में बंट रहा मौत का पैगाम

महराजगंज:पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी गांव गांव में मौत का पैगाम बांट रहे है। वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए कच्ची शराब का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। जबकि बार्डर क्षेत्र के गांवों में नेपाली शराब पिलाई जा रही है। निर्वाचन आयोग चुनाव में प्रतिबंध लगाने के लिए निर्देश दिया है। उसके बावजूद भी प्रशासन कच्ची शराब के निर्माण व बिक्री पर रोक नहीं लगा पा रहा है। कच्ची शराब पी कर प्रत्याशी का जय बोल रहे लोगों को यह भी नहीं पता चल रहा है कि वह शराब के साथ जहर पी रहे हैं। कच्ची शराब से उनकी जान जा सकती है।

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कच्ची शराब बनाने का कारोबार जंगल क्षेत्र, नदी के किनारे बसे गांव में बड़े पैमाने होता है। इसे पुलिस व आबकारी विभाग भी अच्छी तरह से जानती है। अवैध शराब के अड्डा से अच्छी वसूली होने के कारण पुलिस भी इस तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देती। अधिकारियों के दबाव के बाद ही पुलिस सक्रियता दिखाती है। अवैध शराब के अड्डों पर छापामारी की कार्रवाई कर अपनी ड्यूटी समाप्त कर चुपचाप बैठ जाती। छापामारी के दूसरे दिन बाद से ही कच्ची शराब का कारोबार शुरू हो जाता है। पंचायत चुनाव में ताल ठोक रहे प्रत्याशी कच्ची शराब के अड्डों पर पहले से शराब बुक किए हुए है। गांव गांव में प्रत्याशी दावत दे रहे है दावत के साथ कच्ची शराब परोसा जा रहा है।

-------------------------------------------------------------------- यहां बे-रोक टोक धधकती है भट्ठियां

सदर क्षेत्र के बीट नर्सरी 27,28,29, कोठीभार क्षेत्र के खेसरारी के मुसहरी टोला, गेडहरूआ, बेलवा, चैनपुर, बरियारपुर, खुडरी, कैमा, चौक, सलामतगढ़, बिलासपुर नर्सरी, गड़ौरा, निचलौल, अचलगढ़, सूरपार, खर्रमपुर, भारी भैंसी नर्सरी, तहसीदार पिपरा, घोडसारे, नगेसरापुर, परागपुर, कोल्हुई, विजयगढ़, कोइरियाता टोला, सगरा, ¨सहियवहां टोला, पनियरा हेमछापर, लक्ष्मीपुर, इलाहावास, दौलतपुर नर्सदी आदि स्थानों पर कच्ची शराब का कारोबार होता है। जबिक नेपाल बार्डर से सटे गांव भगवानपुर, बरगदवा, कोहरगड्डी, सेख फरेंदा, ठूठीबारी आदि गांवों में पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए नेपाली शराब का प्रयोग किया जा रहा है।

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-- चुनाव में बढ़ी शराब की खपत

बीते वर्ष पर ध्यान दिया जाए तो इस वर्ष अवैध शराब की खपत बढ़ी है। क्योंकि इधर चार महीने से चुनावी हलचल तेज हो गई है। बीते वर्ष अक्टूबर तक आबकारी विभाग ने 708 अवैध शराब के अड्डों पर छापामार कर 9012 लीटर कच्ची शराब, 2043 लीटर नेपाली शराब, इसके अलावा अन्य अवैध विदेशी शराब 549 लीटर बरामद किया था। कुल मिलाकर 11055 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई थी। अवैध शराब के कारोबार संलिप्त 11 लोगों को जेल भेजा गया था, 233 लोगों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। जबकि इस वर्ष अब तक आबकारी विभाग की टीम ने 1187 अवैध शराब के अड्डों पर छापामारी करके 10074 लीटर कच्ची शराब, 2177 लीटर नेपाली शराब, व अन्य विदेशी शराब पांच लीटर बरामद किए है। इस वर्ष कुल अवैध शराब 120256 लीटर पकड़ा जा चुका है। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 11 लोगों को जेल भेज दिया जा चुका है, जबकि 268 लोगों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। आबकारी विभाग द्वारा छापामारी के दौरान पकड़े गए अवैध शराब को देखते हुए इस वर्ष अवैध शराब के कारोबार में वृद्धि हुई है। --------------------------------------------------------------------------------------------------------------इनसेट--

-- अभियान चला कर होती है कार्रवाई

जिला आबकारी अधिकारी एस.आर. पांडेय का कहना है कि कच्ची शराब पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई किया जाता है। छापामारी के दौरान पकड़े गए कारोबारियों को आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई किया जाता इसके साथ ही मौेके पर भट्ठियां तोड़ी जाती है। लहन नष्ट किया जाता है। पंचायत चुनाव को देखते हुए अवैध शराब के अड्डों पर कार्रवाई किया जा रहा है।

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