सीएम का फरमान, अधिकारी किसानों पर दें ध्यान
महराजगंज : प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश ¨सह यादव ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित करते हुए कृषि व
महराजगंज : प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश ¨सह यादव ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित करते हुए कृषि वैज्ञानिकों व अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसानों को योजनाओं का लाभ दिलाएं, सरकार द्वारा अनुमन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं। वे वीडियो कांफ्रें¨सग के द्वारा प्रदेश के किसानों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के विकास के बिना प्रदेश का विकास संभव नहीं है। हमें प्रयास करना है कि किसानों की समस्या कम हो जाए। अधिकारी गण किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाएं। प्रत्येक वैज्ञानिक एक-एक जिले को गोद लें तथा वहां के किसानों को तकनीकी ज्ञान दें।
उन्होंने कहा कि तकनीकी जानकारी किसानों को जमीनी स्तर पर उपलब्ध करायी जाए। किसानों से प्राप्त सुझावों को ध्यान में रखकर नीतियां तय करने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की है। उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए जिला स्तर पर बड़ी-बड़ी मंडी बनायी जा रही है। प्रदेश में सबसे बड़ी मंडी कन्नौज में बनेगी। इसके साथ
प्रदेश सरकार सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा की सुविधा भी दे रही है ताकि किसानों का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव किसानों पर होता है। इसलिए वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों को जागरूक रहना होगा जिससे किसानों को कम से कम नुकसान हो।
कृषि राज्य मंत्री राजीव कुमार ¨सह ने कहा कि भविष्य में भी वीडियो कांफ्रें¨सग के द्वारा किसानों से सुझाव लिए जाएंगे। इस वीडियो कांफ्रें¨सग में तराई के इस जिले से घुघली ब्लाक अंतर्गत स्थित ग्राम बांसपार मिश्र के प्रगतिशील किसान विजय कुमार मिश्र ने किसानों की ओर से बोलते हुए किसानों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि शंकर धान की खरीद क्रय केंद्रों पर नहीं की जाती है। किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने के वाबजूद बीमा का लाभ नहीं मिलता है। पूर्वांचल में काला नमक के एन 8 बोया जाता है परंतु पकने
पर पौधा गिर जाता है। गन्ना कीट के लिए उपयोगी कीराजेन पर अनुदान दें।
मनील अनुसंधान केंद्र के डा. सुधांशु ने बाढ़ में धान, फिलि¨पस के डाक्टर बी एन ¨सह ने सूखे में धान के उत्पादन के बारे में बताया। डा. वी. के. मिश्रा ने ऊसर सुधार व महक ¨सह ने नील की खेती के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान मुख्य सचिव आलोक रंजन, कृषि उत्पादन आयुक्त आनन्द मिश्रा, सलाहकार डा. रमेश यादव, प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद, जिले की ओर से जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, सीडीओ प्रेम प्रकाश ¨सह, उप निदेशक कृषि अविनाश चंद्र तिवारी, प्रगतिशील किसान कृष्ण मुरारी तिवारी, जिला कृषि अधिकारी प्यारे लाल, डा.अवधेश, ताहिर अली, वृन्दावन गुप्ता, जितेंद्र कुशवाहा, संजय जायसवाल आदि उपस्थित रहे।