धन की दरकार, लोहिया गांवों में अंधकार
महराजगंज : जिले में वित्तीय वर्ष 2014-15 में 35 लोहिया गांवों का चयन हुआ। विद्युतीकरण की जिम्मेदारी
महराजगंज : जिले में वित्तीय वर्ष 2014-15 में 35 लोहिया गांवों का चयन हुआ। विद्युतीकरण की जिम्मेदारी बिजली विभाग को सौंपी गई है। आठ माह बीत गए पर चयनित लोहिया गांवों में से एक का भी अंधेरा दूर नहीं हुआ, क्योंकि अंधेरा दूर करने के लिए बिजली विभाग को अब तक धन नहीं मिला है। बिजली विभाग को सवा पांच करोड़ की दरकार है।
जिले के एक दर्जन विकास खंडों में 35 लोहिया गांव चयनित हुए हैं। इसमें घुघली ब्लाक का पोखरभिंडा, गोपाला, पिपरिया कंजरहा, मिठौरा का सोनवल, बेभरिया, खजुरिया, रामपुरमीर, सदर ब्लाक का बरगदवाराजा, आराजी जगपुर, बभनौली, गौनिरियाबाबू, सिसवा ब्लाक के चनकौली, मेहदिया, निचलौल ब्लाक के बैदौली पिपराकाजी, भरवलिया, परतावल ब्लाक के पिपराजद्दू, बृजमनगंज ब्लाक के बंजरहा सोनबरसा, शाहाबाद, दुर्गापुर, हरैया पंडित, उदितपुर, नौतनवां ब्लाक के हरखपुरा, डोगरहा, अहिरौली, सेमरहना, शीसगढ़, लक्ष्मीपुर ब्लाक के करीमदादपुर, मड़रहाककटही, खालीकगढ़, रानीपुर गांव चयनित हुए है।
वैसे शासन की महत्वाकांक्षी योजना लोहिया गांवों के समग्र विकास के लिए प्रशासन संकल्पित है। इन गांवों को प्रमुख मार्ग से जोड़ने के लिए सड़क बन रही है। ग्रामीणों के लिए शुद्ध पेयजल, गरीबों के लिए आवास, स्वच्छता के लिए शौचालय का निर्माण हो रहा है।
चयनित लोहिया गांवों को रोशन करने के लिए विद्युतीकरण की जिम्मेदारी बिजली विभाग को सौंपी गई है। हालांकि वित्तीय वर्ष के आठ माह बीत गए पर बिजली विभाग एक भी गांव को रोशन करने में सफल नहीं हो पाया। क्योंकि विभाग को सवा पांच करोड़ में से अब तक एक नया पैसा नहीं मिला।
शासन से धन न मिलने के बावजूद अधिकारियों ने विभाग में उपलब्ध सामानों के भरोसे प्रथम चरण में 12 गांवों के विद्युतीकरण की योजना बनायी है। इस योजना के तहत लोहिया गांवों में ट्रांसफार्मर, तार व खंभे गिराए जा रहे हैं। हर तरह के उपकरण पहुंचने के बाद विद्युतीकरण शुरू होगा।
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'' एक दर्जन ब्लाकों में चयनित 35 लोहिया गांवों को रोशन करने में सवा पांच करोड़ रुपए खर्च होंगे। वित्तीय वर्ष के आठ माह बीतने के बाद भी शासन ने धन उपलब्ध नहीं कराया है। रिमाइंडर भेज शासन से धन की मांग की गयी है। धन की प्रत्याशा में एक दर्जन गांवों में विद्युतीकरण कार्य शुरू करा दिया है। धन मिलने के बाद काम की गति तेज हो जाएगी।''
आरसी पांडेय
अधिशासी अभियंता।
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