उधार की बिजली, रेंग रहा पंखा, छटपटा रही जनता
जागरण संवाददाता, महराजगंज : अपना शहर उधार की बिजली के भरोसे चल रहा है। बैकुंठपुर उप केंद्र ओवरलोड से जूझ रहा है। लो वोल्टेज से पंखा रेंग रहा है और उमस भरी गर्मी में जनता छटपटा रही है।
पिछले एक सप्ताह से लो वोल्टेज के कारण सैकड़ों घरों में लगे इन्वर्टर बैठ गए। सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में लगे कम्प्यूटर ने आन होने से इंकार कर दिया। पंखों के पर ढीले हो गए। प्रतिफल उमस भरी गर्मी में लोग तड़प उठे। दिन तो जैसे तैसे बीत जाता है पर रात भारी पड़ने लगी है। छत पर टहलते, मच्छर मारते रात बीत रही है।
सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों, होटलों, रेस्टोरेंटों, निजी अस्पतालों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में बिजली व्यवस्था जनरेटर के हवाले हो गयी है। जनरेटर जहर उगल रहे हैं।
बिना जनरेटर वाले नागरिकों के शोर मचाने पर लाइन मैन शट डाउन कर पोल पर चढ़कर तार कसते हैं और कहते हैं कि ढीले तार के कारण कार्बन आने से लो वोल्टेज की समस्या आ खड़ी हुई है। तार कसने से आधे घंटे के लिए वोल्टेज बढ़ता है पर फिर हालात पहले जैसे हो जाते हैं।
उमस भरी गर्मी में पसीने से तर-ब-तर जनता तड़प रही है। इस ओर न प्रशासन का ध्यान है न ही जन प्रतिनिधियों का। परेशान लोग प्राय: रोज ही शहर के अवर अभियंता संजय मणि से पूछते हैं कि आखिर लो वोल्टेज की समस्या कब दूर होगी तो हर बार एक ही उत्तर मिलता है। अभियंता बताते हैं- बैकुंठपुर उप केंद्र ओवर लोड से जूझ रहा है। इससे वोल्टेज लो होता जा रहा है।
उधर एसडीओ पुरुषोत्तम तिवारी ने बताया कि इस माह दो हजार से अधिक नए कनेक्शन जारी होने से उपकेंद्र ओवर लोड हो गया और लो वोल्टेज की समस्या बढ़ गयी। इसे खत्म करने के लिए आधे शहर को फरेंदा से उधार लेकर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। दरअसल मांग की तुलना में 12 मेगावाट कम आपूर्ति होने से हालात बिगड़े हैं। वोल्टेज बढ़ाने के लिए पावर कार्पोरेशन को पत्र लिखा है।
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